Mahakumbh 2025: प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन हो रहा है. सोमवार को एक और अमृत स्नान है. पिछले अमृत स्नान यानी 29 जनवरी को महाकुंभ में भगदड़ मच गई थी, जिसमें 30 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, 60 लोग घायल हो गए थे. मौनी अमावस्या पर हुए हादसे के बारे में महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं ने कहा- वह तो आकस्मिक घटना थी. उन्होंने प्रशासन से सावधानी बरतने की अपील की.
महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कुप्रबंधन और बदनामी के आरोपों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा- फेसबुक और इंस्टाग्राम की 90 प्रतिशत रिपोर्टें फर्जी हैं. उन्होंने सुचारू व्यवस्था बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा की. उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि सोशल मीडिया की खबरों पर भरोसा न करें. महाकुंभ पहुंचे एक व्यक्ति ने बताया- हमें तो रेलवे स्टेशन से संगम पहुंचने और संगम में डुबकी लगाने में केवल दो घंटे लगे.
25 शवों की अब तक पहचान
बता दें, महाकुंभ में मौनी अमावस्या को भगदड़ मचने से 30 लोगों की जान चली गई थी, जिसमें से अब तक 25 शवों की पहचान हो सकी है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी न्यायिक जांच के आदेश दिए. उन्होंने कहा- न्यायिक समिति समय सीमा के अंदर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगी. उन्होंने बताया कि तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का नेतृत्व जस्टिस हर्ष कुमार, पूर्व डीजी वीके गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस अधिकारी डीके सिंह करेंगे.
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अभी तीन अमृत स्नान बाकी
महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू हुआ था, जो 26 फरवरी तक चलेगा. अभी तीन अमृत स्नान बाकी है, जो तीन फरवरी (बसंत पंचमी), 13 फरवरी (माघी पूर्णिमा) और 26 फरवरी (महाशिवरात्रि) को है. सीएम योगी ने उम्मीद जताई है कि 26 फरवरी तक महाकुंभ में 45 करोड़ से अधिक लोग आएंगे. बता दें, महाकुंभ में 77 देशों के राजनयिक भी आए हैं. मुख्यमंत्री योगी ने मेले में उनसे मुलाकात भी की.
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