Mahakumbh Stampede: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जारी महाकुंभ 2025 में सोमवार को तीसरा अमृत स्नान होना है. इस दिन बसंत पंचमी का पावन पर्व रहेगा, जिसके चलते रविवार से ही श्रद्धालुओं की भीड़ घाटों पर उमड़ना शुरू हो गई है. वहीं दूसरी मौनी अमावस्या पर हुए दुखद हादसे के बाद से प्रशासन अलर्ट मोड पर आ चुका है. ऐसे में कोई अप्रिय घटना ना हो इसे देखते हुए सुरक्षा के इंतजाम और कड़े कर दिए हैं. इसी क्रम में रविवार से ही यहां पांटून पुलों को खोल दिया गया है.
खोले गए पांटून पुल
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सोमवार (3 फरवरी) को बसंत पंचमी के मौके पर सुबह 5 पांच बजे से तीसरा अमृत स्नान होना है. ऐसे में पंचायती अखाड़ा सबसे पहले पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी स्नान के लिए निकलेगा. सरकार ने मौनी अमावस्या पर हुए हादसे से सीख लेते हुए पांटून पुलों को खोल दिया है ताकि श्रद्धालुओं का आवागमन बिना किसी परेशानी के जारी रहे. यहां कुल पुलों की संख्या 30 है, जिसमें से मौनी अमावस्या तक प्रशासन ने सिर्फ 2-3 पुल ही खोले थे, लेकिन बसंत पंचमी पर श्रद्धालुओं का रेला उमड़ता देख सभी पुल लोगों के लिए शुरू कर दिये गये हैं.
सायरन बजाकर भीड़ को काबू
बता दें कि पुलिस सायरन के जरिए भीड़ को काबू में कर रही है ताकि मौनी मावस जैसा दोबारा कोई हादसा ना हो सके. दरअसल, बसंत पंचमी पर होने वाले अमृत स्नान से पहले ही भक्तों का रेला घाट पर उमड़ने लगा है. इतना ही नहीं संगम नोज पर स्नान करने के लिए लोगों ने रुकने भी लगे हैं. लोग घाट किनारे रुकने के लिए रजाई-गद्दा लेकर भी पहुंच रहे हैं, जिसे देख पुलिस उन्हें सायरन बजाकर वहां डेरा जमाने से रोक रही है. इसके अलावा मामले की छानबीन में मौनी अमावस्या पर होल्डिंग एरिया में लोगों का रुकना और सोना भी भगदड़ का एक कारण सामने आया था. ऐसे में प्रशासन की तरफ से यहां पर पहले से स्थिति का जायजा लिया जा रहा है. बंसत पंचमी पर किसी तरह की अनहोनी न हो, इसके लिए महाकुंभ मेला क्षेत्र में चार पहिया वाहनों पर भी रोक लगा दी गई है.
गौरतलब है कि बुधवार सुबह मौनी अमावस्या के मौके पर स्नान से पहले ही महाकुंभ में भगदड़ मच गई थी. इस दुखद घटना में करीब 30 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी. रिपोर्ट के अनुसार फिलहाल, घटना के बाद अब स्थिति पूरी तरह से काबू में है.