Lucknow Murder Case: नए साल के पहले ही दिन उत्तर प्रदेश के लखनऊ से ऐसी वारदात सामने आई, जिसने सभी को हिलाकर रख दिया है. यहां आगरा के अरशद ने अपनी मां और चार बहनों को लखनऊ के होटल में लेजाकर बेरहमी से मार डाला. वहीं अब आरोपी अरशद का एक वीडयो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में वह धर्म परिवर्तन का जिक्र करता दिखाई दे रहा है. वह कह रहा है कि वो लोग धर्म परिवर्तन करना चाहते थे, लेकिन कोई भी उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया. स्थानीय लोग उसे और उसके पूरे परिवार को बांग्लादेशी बता रहे हैं, जबकि वे यूपी के ही निवासी हैं.
वायरल वीडियो में कही ये बात
पुलिस के अनुसार सामने आए वीडियो में अरशद कह रहा है, 'हम धर्म परिवर्तन करना चाह रहे थे. हमने कई लोगों से मदद की भी मांग की थी, इतना ही नहीं हमने धर्म परिवर्तन के लिए पुलिस से भी मदद मांगी थी. इसके अलावा बजरंग दल, बीजेपी सहित सभी से मदद की गुहार लगाई लेकिन कोई भी हमारे लिए आगे नहीं आया'.
इन जैसे मुसलमानों को छोड़ना मत...
अरशद ने अपने वीडियो में अपने बस्ती के लोगों को मौत का जिम्मेदार ठहराया है. उसने कहा, 'आज बस्ती वालों की वजह और उनसे थक-हारकर मजबूरी में मैंने यह कदम उठाया है. आज मैंने अपने हाथ से अपनी बहनों को और अपने आप को मारा है. जब पुलिस को यह वीडियो मिले, तो एक बार जानिए इस सब चीज़ों के जिम्मेदार बस्ती वाले हैं. उन्होंने हमारे घर छीनने के चक्कर में न जाने कितने जुल्म हम लोगों पर करे. हमने आवाज उठाई. लेकिन हमारी किसी ने न सुनी आज तक. इसलिए मजबूरन आज हमें दस पंद्रह दिन हो गए, फुटपाथ पर सो रहे हैं. ठंड में भटक रहे हैं. हमारा घर उन्होंने छीन लिया है. मकान के पेपर्स हमारे पास हैं और जो हम मंदिर के नाम करना चाहते थे. अपना धर्म परिवर्तन कर हिंदू धर्म अपनाना चाहते थे, इसलिए हमने सारे पेपर्स अपने पास रखे हैं. पुलिस को यह वीडियो मिले तो लखनऊ पुलिस से और योगी जी (मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) से यह गुज़ारिश है कि इन जैसे मुसलमानों को छोड़ना मत. आप जो कर रहे हो, बहुत बढ़िया कर रहे हो. ये मुसलमान हर जगह ज़मीनों पर कब्ज़ा करते हैं और और लोगों पर जुल्म करते हैं. न जाने कैसे-कैसे के काम-धंधे करते हैं. नकली नोटों के धंधे करते हैं'.
इन लोगों को ठहराया जिम्मेदार
अरशद ने आगे कहा, 'हमने बहुत दिन से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की कोशिश करी, हम नहीं करवा सके और हमारी मौत के ज़िम्मेदार पूरी बस्ती है और उससे मुख्य इंसान रानू उर्फ आफताब अहमद, अलीम खान, सलीम ड्राइवर, अहमद, आरिफ, अज़हर और इसके रिश्तेदार हैं. ऑटो चलाते हैं और भी उसके गली में रिश्तेदार रहते हैं'.
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मर्डर के पीछे का ये था कारण
इसके बाद अरशद ने बताया कि बस्ती में रहने वाले इन लोगों का बहुत बड़ा भूमि माफिया गैंग है. इसमें लड़कियों को बेचा जाता है. इन लोगों का यही प्लान था कि उनको (पिता और अरशद) किसी झूठे इल्जाम में जेल पहुंचाकर उनकी बहनों को हैदराबाद में बिकवा देना. यहां तक कि एक शख्स तो उनके घर के सामने रहता है, उसके हाथों उनकी बहनों को बिकवाना चाहते थे. लेकिन , इसलिए मजबूरन आज उन्हें इस वक्त अपनी बहनों की गला दबाकर और हाथ की नस काटकर करनी पड़ी.
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