UP News: गोरखपुर में 30 टन जहरीला चना बरामद, मिलाया गया था चमड़ा रंगने वाला जहरीला केमिकल

UP News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में खाद्य सुरक्षा विभाग ने छापा मारकर 30 टन केमिकल से रंगा भुना चना पकड़ा, जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक है. खाद्य सुरक्षा विभाग को बीते कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि बाजारों में मिलावटी भुना चना सप्लाई किया जा रहा है.

UP News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में खाद्य सुरक्षा विभाग ने छापा मारकर 30 टन केमिकल से रंगा भुना चना पकड़ा, जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक है. खाद्य सुरक्षा विभाग को बीते कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि बाजारों में मिलावटी भुना चना सप्लाई किया जा रहा है.

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Yashodhan Sharma
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gorakhpur poisonous roasted chana seized

gorakhpur poisonous roasted chana seized

UP News: मुनाफाखोरी की हदें पार करते हुए मिलावटखोरों ने अब भुने चने को भी नहीं छोड़ा है. उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हानिकारक केमिकल से रंगा गया करीब 30 टन भुना चना बरामद किया है. बाजार में इसकी कीमत 18 लाख रुपये से ज्यादा आंकी जा रही है. जांच में सामने आया है कि चने को चमकदार पीला रंग देने के लिए औरामाइन-ओ नामक प्रतिबंधित केमिकल का इस्तेमाल किया गया था, जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक है.

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एमपी-छत्तीसगढ़ से आई थी बोरियां

खाद्य सुरक्षा विभाग को बीते कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि गोरखपुर के बाजारों में मिलावटी भुना चना सप्लाई किया जा रहा है. इसके बाद टीम ने निगरानी बढ़ाई और सोमवार शाम राजघाट थाना क्षेत्र के लाल डिग्गी स्थित मेसर्स मां तारा ट्रेडर्स पर छापा मारा. यहां से 750 बोरियों में रखा भुना चना पकड़ा गया. इनमें 400 बोरी मध्य प्रदेश से और 350 बोरी छत्तीसगढ़ से मंगाई गई थीं.

क्या कहते हैं विशेषज्ञ

छापेमारी के दौरान चने के सैंपल लेकर ‘फूड सेफ्टी ऑन व्हील्स’ मोबाइल लैब में जांच की गई. जांच में साफ हुआ कि चने में औरामाइन-ओ केमिकल मिलाया गया है. यह वही रसायन है, जिसका इस्तेमाल कपड़ा और चमड़ा उद्योग में रंगाई के लिए किया जाता है. विशेषज्ञों के मुताबिक यह केमिकल लीवर और किडनी को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है. लंबे समय तक इसके सेवन से डीएनए में बदलाव और कैंसर जैसी घातक बीमारी का खतरा भी बढ़ जाता है.

अब आगे क्या

खाद्य सुरक्षा विभाग के सहायक आयुक्त डॉ. सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि कई दिनों की रेकी के बाद चने की खेप आने की पुष्टि हुई, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई. इस मामले में गोरखपुर की फर्म मेसर्स मां तारा ट्रेडर्स, मध्य प्रदेश की श्रीराम दाल इंडस्ट्रीज और छत्तीसगढ़ की एसवीजी पल्सेज के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है. संबंधित राज्यों के खाद्य सुरक्षा विभागों को भी पत्र भेजा जाएगा.

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