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गाजियाबाद में खाने को नहीं मिलेगा तंदूर में बना खाना, ये रही इसके पीछे की वजह

दिल्ली से सटे गाजियाबाद में तंदूरी खाना खाने वालों का जायका बिगड़ने वाला है.

Updated on: 23 Sep 2019, 02:58 PM

गाजियाबाद:

दिल्ली से सटे गाजियाबाद में तंदूरी खाना खाने वालों का जायका बिगड़ने वाला है. राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की सख्ती के बाद गाजियाबाद नगर निगम ने शहर के तमाम तंदूर एवं भट्टी को बंद करने के आदेश दिए हैं. आदेश का पालन ना करने वालों से नगर निगम पांच हजार से लेकर 50 हजार का जुर्माना भी वसूलेगा.

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तंदूर का नाम जुबान पर आते ही खाने की ललक जग जाती है. मगर अब तंदूरी खाने का जायका बिगड़ने वाला है क्योंकि गाजियाबाद में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण के मद्देनजर एनजीटी सख्त हुआ और नगर निगम को आदेशित किया कि गाजियाबाद के तमाम होटल, ढाबों आदि पर लकड़ी एवं कोयले से चलने वाले तमाम तंदूर/भट्टी आदि को बंद किया जाए.

इसके साथ ही आदेश का पालन ना करने पर जुर्माना भी वसूल किया जाएगा. हालांकि नगर निगम द्वारा अभियान चलाकर ऐसे तंदूर/भट्टी आदि को बंद किया जा रहा नष्ट किया जा रहा है. कई होटल ढाबों आदि से जुर्माना भी वसूला गया है. होटल/ढाबा मालिकों को एक सप्ताह का समय भी दिया गया है कि वो लोग अपने तंदूर/भट्टी को गैस से चलाएं.

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वहीं नगर निगम के इस आदेश के बाद लोगों की अलग अलग राय है. जहां एक तरफ लोग इस कदम को सही बात रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर कुछ का कहना है कि बेशक नगर निगम का अच्छा कदम है, मगर खाने के शौकीनों में कहीं ना कही तंदूर बन्द होने से नाराजगी भी है.