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पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति लखनऊ से गिरफ्तार, 4 सितंबर को हुए थे रिहा

गायती प्रसाद प्रजापति को बीते 4 सितंबर को हाई कोर्ट से रेप केस में बेल मिली थी. इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने गायत्री प्रसाद प्रजापति को 2 महीने की राहत दी थी. गायत्री प्रजापति लखनऊ जेल में कई महीनों से बंद थे.

Updated on: 12 Sep 2020, 08:59 AM

लखनऊ:

4 सितंबर को रेप मामले में बेल पर जेल से बाहर आए यूपी के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति को शुक्रवार रात फिर से गिरफ्तार कर लिया गया है. लखनऊ की गाजीपुर पुलिस ने धोखाधड़ी, जालसाजी और धमकी देने के मामले में प्रजापति को गिरफ्तार किया है. गायत्री प्रजापति को गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पुलिस ने पेश किया. कोर्ट ने उन्हें 14 दिन न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. वहीं, तबीयत खराब होने की वजह से गायत्री प्रजापति को केजीएमयू में भर्ती कराया गया है.

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दरअसल, गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ शुक्रवार को ही एक और FIR दर्ज की गई थी. यह एफआईआर रेप का आरोप लगाने वाली महिला के पूर्व वकील दिनेश चंद्र त्रिपाठी ने करवाई थी. एफआईआर में पीड़ित महिला को भी आरोपी बनाया गया है. दिनेश चंद्र त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि केस को खत्म करने के लिए दुष्कर्म पीड़िता और आरोपी के बीच करोड़ों का लेनदेन हुआ.

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गायत्री प्रजापति पर वकील ने आरोप लगाया है कि उन्होंने ने पीड़िता को करोड़ों की संपत्ति ट्रांसफर की. इसके भी सबूत पुलिस को दिए हैं. जिसके बाद यह FIR दर्ज की गई है. बता दें पूरा मामला समाजवादी पार्टी शासनकाल का ही है जब चित्रकूट की एक महिला ने मंत्री गायत्री प्रजापति पर रेप का आरोप लगाया था. इसके बाद फ़रवरी 2017 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गायत्री प्रजापति के खिलाफ केस दर्ज करते हुए गिरफ्तार केस किया गया था. गायती प्रसाद प्रजापति को बीते 4 सितंबर को हाई कोर्ट से रेप केस में बेल मिली थी. इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने गायत्री प्रसाद प्रजापति को 2 महीने की राहत दी थी. गायत्री प्रजापति लखनऊ जेल में कई महीनों से बंद थे.