यूपी के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और मौजूदा वक्त में आजमगढ़ के दीदारगंज से बहुजन समाज पार्टी के विधायक सुखदेव राजभर का 18 अक्टूबर सोमवार को निधन हो गया. विधायक सुखदेव राजभर काफी दिनों से बिमार थे, और उनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था. विधायक सुखदेव राजभर बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में से एक थे. इन सब के बाद भी हाल के दिनों में उनका रुख समाजवादी पार्टी की तरफ हो गया था. सुखदेव राजभर पांच बार विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे हैं. तीन बार वे लालगंज विधानसभा और दो बार दीदारगंज विधानसभा से विधायक बनें हैं.
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आपको बता दें कि साल 2007-2012 तक मायावती के शासन में उत्तर प्रदेश विधानसभा के स्पीकर भी रहे. वे मायावती, कल्याण सिंह और मुलायम सिंह यादव की कैबिनेट में मंत्री पद भी संभाल चुके हैं . सुखदेव राजभर के पारिवारिक जीवन पर नजर डालें तो, इनका जन्म 5 सितंबर 1951 में दीदारगंज विधानसभा के बड़हन गांव में हुआ था. इनके पिता पेशे से वकील होनो के साथ ही एक किसान भी रहें हैं. वहीं इनके राजनीतिक करियर को देखें तो उन्होने अपना राजनीतिक सफर लालगंज तहसील से शुरू किया था. अपने लंबे राजनीतिक सफर के दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश में रही सरकारों में बड़ी भूमिकाएं निभाईं.
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विधायक सुखदेव राजभर के निधन की खबर पर सीएम योगी ने शोक व्यक्त किया है. उन्होने कहा कि वे एक वरिष्ठ जनप्रतिनिधि थे और उन्हें संसदीय नियमों व परंपराओं की गहरी जानकारी थी. राजभर निर्धन और कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए हमेशा काम करते रहे. इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के ट्वीटर हैंडल से भी संवेदना व्यक्त की गई. सपा के ट्वीटर हैंडल पर लिखा गया कि यूपी विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ राजनेता श्री सुखदेव राजभर जी का निधन अपूरणीय क्षति . शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना, दिवंगत आत्मा को शांति दे भगवान! ‘सामाजिक न्याय’ को समर्पित आप का राजनीतिक जीवन सदैव प्रेरणा देता रहेगा.
Source : News Nation Bureau