logo-image

गौतमबुद्ध नगर में कोरोना से हुई पांचवीं मौत, 65 साल के बुजुर्ग ने देर रात GIMS में तोड़ा दम

गौतमबुद्ध नगर में कोरोना संक्रमण के चलते जिले में पांचवीं मौत हुई. सेक्टर 8 निवासी 65 साल के बुजुर्ग ने तोड़ा दम.

Updated on: 16 May 2020, 02:01 PM

ग्रेटर नोएडा:

गौतमबुद्ध नगर में कोरोना संक्रमण (Corona) के चलते जिले में पांचवीं मौत हुई. सेक्टर 8 निवासी 65 साल के बुजुर्ग ने तोड़ा दम. शुक्रवार देर रात GIMS (Gims) में बुजुर्ग की मौत हो गई. वहीं उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. शुक्रवार को हापुड़ में 10, मेरठ में नौ, प्रयागराज में 7 नए मरीज मिले हैं, जिसके बाद यूपी में संक्रमितों की संख्या 4057 हो गई है. प्रदेश के सभी 75 जिले अब कोरोना की जद में आ चुके हैं. इसके अलावा पूरे प्रदेश में 159 नए मरीज सामने आए हैं. प्रदेश में कोरोना से अब तक 95 मौतें हो चुकी हैं. राहत की बात यह कि एकांतवास और चिकित्सकों की निगरानी में रहकर अब तक 2165 लोग स्वस्थ्य हो चुके हैं.

यह भी पढ़ें- UPPSC ने पीसीएस परीक्षा-2020 के लिए आवेदन की तिथि बढ़ाई, अब इतने दिनों तक भर सकते हैं फॉर्म

कोरोना के 4878 सैंपलों की टेस्टिंग की गई

प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में बीते सोमवार से प्रदेश में एक्टिव केस कम हैं और ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अधिक होने का क्रम जारी है. उन्होंने बताया कि गुरुवार को कोरोना के 4878 सैंपलों की टेस्टिंग की गई. साथ ही 2082 सैंपलों को मिलाकर 426 सैंपलों की पूल टेस्टिंग की गई. टेस्टिंग में 35 पूल पॉजिटिव मिले. उन्होंने बताया कि अब तक पूल टेस्टिंग में 5 सैंपल को मिलाकर एक बड़ा सैंपल बनाया जाता था, लेकिन अब 10 सैंपलों को मिलाकर एक बड़ा सैंपल बनाया जाएगा. प्रसाद ने बताया कि आइसोलेशन में 1878 व क्वारंटीन में 9910 लोगों का उपचार चल रहा है. अब तक संक्रमित होने वाले कुल लोगों में 74.6 प्रतिशत पुरुष और 25.4 प्रतिशत महिलाएं हैं.

यह भी पढ़ें- 3 लाख से अधिक मौतों के साथ वैश्विक आंकड़ा 46 लाख पार, अमेरिका बाद रूस दूसरे नंबर पर

सर्विलांस में 75 हजार 6 टीम लगी रहीं

प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) ने बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के सर्विलांस में 75 हजार 6 टीम लगी रहीं. इन टीमों ने 61 लाख 92 हजार 280 घरों का सर्वेक्षण किया. साथ ही 3 करोड़ 7 लाख 34 हजार 222 लोगों की जांच भी किया. उन्होंने बताया कि प्रदेश में काफी संख्या में प्रवासी कामगार व श्रमिकों की वापसी हुई है. सभी को होम क्वारंटीन में 21 दिनों तक रहने के लिए कहा गया है. होम वारंटीन में रहने वालों की जांच गांव निगरानी व मोहल्ला निगरानी समिति द्वारा की जा रही है. अब इसी कड़ी को और मजबूत करते हुए आशा वर्करों को भी होम क्वारंटीन में रहने वाले लोगों की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है.