Maha kumbh: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेले के चलते साधु संतों का जमावड़ा लगा हुआ है. बागेश्वर धाम प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भी वहीं मौजूद हैं. उन्होंने आज यानी रविवार को परमार्थ निकेतन आश्रम के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद धीरेंद्र शास्त्री ने 30 जनवरी को धर्मसंसद होने को लेकर अहम जानकारी दी. साथ ही उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए धर्मसंसद के मकसद को भी बताया.
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धीरेंद्र शास्त्री ने छुए स्वामी चिदानंद के चरण
बागेश्वर धाम प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री स्वामी चिदानंद सरस्वती को देखकर काफी खुश हुए हैं. उन्होंने आगे बढ़कर स्वामी चिदानंद सरस्वती के चरण छुए. इसके बाद स्वामी चिदानंद ने धीरेंद्र शास्त्री के गले में फूलों की माला पहनाई. इस दौरान स्वामी चिदानंद के शिष्य मंत्रों और भजनों का पाठ करते नजर आए. इस दौरान धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और स्वामी चिदानंद सरस्वती के बीच किसी विषय को लेकर बातचीत भी हुई है. इसके बाद स्वामी चिदानंद धीरेंद्र शास्त्री को अपने आश्रम के अंदर ले गए.
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धर्म संसद का ऐलान और मकसद
स्वामी चिदानंद सरस्वती से मिलने के बाद धीरेंद्र शास्त्री ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने धर्म संसद को लेकर अहम जानकारी दी और उसके आयोजन के पीछे का मकसद भी बताया. बागेश्वर धाम प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि यह त्रिवेणी का किनारा है ये संगम है, संतों का, भक्तों का, स्वामी का, भगवान और भक्त का संगम है.
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30 जनवरी को होगी धर्मसंसद
धीरेंद्र शास्त्री ने आगे बताया, ‘स्वामी चिदानंद महाराज महाकुंभ में सभी संतों का महासंगम करवा रहे हैं. 30 जनवरी को हिंदू राष्ट्र के लिए और हिंदुत्व को जगाने के लिए और भारत को बचाने के लिए पूरे संत यहां पर आकर के एक धर्म संसद का आयोजन करेंगे.’
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