Varanasi: प्रयागराज के बाद सबसे ज्यादा भीड़ इस समय काशी में हो रही है. आलम ये है कि वाराणसी में सड़क, गली गंगा घाट या मंदिर... हर जगह श्रद्धालुओं का हुजूम ही दिखाई दे रहा है. चारों तरफ श्रद्धालुओं के कारण पूरा शहर इस समय मेले की तरह नजर आ रहा है. वाराणसी में अपार भीड़ के कारण यहां आने वाले वाहनों को रोक दिया गया है क्योंकि शहर में पैदल चलने की भी जगह नहीं है.
बनारस को गलियों का शहर कहा जाता है पर इस समय बनारस की हर गली में सिर्फ और सिर्फ भीड़ नजर आ रही है. आलम तो ये है कि गलियों से लोग मंदिर और घाट जाने का रास्ता ढूंढ रहे है. गंगा स्नान करने के लिए भी कतार लगी हुई है कुछ समय पहले गंगा नाव डूबते - डूबते बची है पर फिर भी लोग बिना लाइफ जैकेट के गंगा में नौका विहार करते देखे जा रहे हैं.
ये भी पढ़ें:Mahakumbh 2025: महाकुंभ जाने की प्लानिंग कर रहे हैं? तो जानें ट्रेन, बस और कार से जाने के नफा नुकसान
काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए कई किलोमीटर लंबी कतार
वाराणसी में उमड़ रही भीड़ महाकुंभ का नजारा काशी में दिखा रही है. काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए कई किलोमीटर लंबी कतार लगी हुई है. पूरा शहर इस समय मेले में तब्दील है. प्रयागराज के बाद सबसे ज्यादा भीड़ इस समय काशी में हो रही है. आलम ये है कि वाराणसी में सड़क , गली गंगा घाट या मंदिर हर जगह श्रद्धालुओं का हुजूम ही दिखाई दे रहा है. चारों तरफ श्रद्धालुओं के कारण पूरा शहर इस समय मेले की तरह नजर आ रहा है.
मौनी अमावस्या भी जुटी थी भारी भीड़
बता दें कि इससे पहले मौनी अमावस्या के शाही स्नान से पहले भी वाराणसी में लाखों की भीड़ जमा हो गई थी. वाराणसी में इस कदर भीड़ बढ़ गई थी कि शहर के अधिकतर हिस्सों को नो व्हीकल जोन बना दिया गया था जिससे लोगों काफी दूर तक पैदल चलना पड़ रहा था. बूढ़े-बुजुर्ग लोग ठेले पर बैठकर जाने को मजबूर थे.
(न्यूज स्टेट संवाददाता सुशांत मुखर्जी की वाराणसी से रिपोर्ट)
ये भी पढ़ें: Varanasi में मौनी अमावस्या पर आस्था का महासैलाब, ठेले पर यात्रा तो ट्रेनों में भी बेतहाशा भीड़