अयोध्या (Ayodhya) में भगवान श्रीराम के मंदिर का निर्माण 10 जून से शुरू हो जाएगा. भगवान शिव के रुद्राभिषेक के साथ भव्य मंदिर के निर्माण का कार्य प्रारंभ होगा. जैसे लंका पर विजय से पहले भगवान राम ने शिव की आराधना की थी, वैसे ही इस भव्य राम मंदिर निर्माण से पहले महादेव की आराधना की जाएगी. सूत्रों के अनुसार, 10 जून से राम जन्मभूमि परिसर के कुबेर टीला पर विराजमान शशांक शेखर के मंदिर में अनुष्ठान की शुरुआत होगी और इसके बाद राम मंदिर (Ram temple) के ढांचे पर काम शुरू किया जाएगा.
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बताया जा रहा है कि राम जन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण की पूरी तैयारी हो चुकी है. राम मंदिर को बनाने की प्रक्रिया के लिए परिसर में प्राचीन कुबेर टीला पर धार्मिक अनुष्ठान आयोजित होगा, जहां भगवान शिव विराजमान है. सूत्रों ने बताया कि 10 जून को महंत कमल नयन दास तमाम संतों के साथ सुबह 8 बजे से पूजन शुरू करेंगे जो कि 2 घंटे तक किया जाएगा, जिसके बाद मंदिर के निर्माण का कार्य प्रारंभ किया जाएगा.
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बता दें कि महंत कमल नयन दास श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी हैं. उनके मुताबिक, भगवान राम ने लंका पर जीत से पहले भगवान रामेश्वर की स्थापना कर उनका अभिषेक किया था. ऐसे ही मंदिर निर्माण से पहले भगवान शशांक शेखर का पूजन होगा. उन्होंने बताया कि पहले कुबेर टीला पर भगवान शशांक शेखर की आराधना होगी और फिर उसके बाद राम मंदिर के निमार्ण का कार्य को प्रारंभ होगा. उन्होंने कहा कि कोई काम करने से पहले रुद्राभिषेक किया जाना आवश्यक होता है. यहां पूरी तैयारियां की जा चुकी हैं.
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