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BJP MLC ने विकास दुबे के परिजनों के उत्पीड़न का लगाया आरोप, CM से मांगी मदद

बीजेपी (BJP) के एक एमएलसी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  (CM Yogi Adityanath) को पत्र लिखकर उप्र पुलिस पर आरोप लगाया है कि वह एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey Encounter Case) के परिवार को प्रताड़ित कर रही है.

Updated on: 16 Mar 2021, 03:52 PM

highlights

  • BJP विधायक का आरोप- विकास दुबे के परिवार को किया जा रहा प्रताड़ित
  • विकास दुबे के बहनोई कृष्ण गोपाल दीक्षित को जालसाजी के मामले में गिरफ्तार किया गया
  • पिछले साल 10 जुलाई को कानपुर में हुई एक पुलिस मुठभेड़ के दौरान विकास दुबे मारा गया था

लखनऊ:

बीजेपी (BJP) के एक एमएलसी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  (CM Yogi Adityanath) को पत्र लिखकर उप्र पुलिस पर आरोप लगाया है कि वह एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey Encounter Case) के परिवार को प्रताड़ित कर रही है. बीजेपी एमएलसी उमेश द्विवेदी अखिल भारतीय ब्राह्मणोत्थान महासभा के भी अध्यक्ष हैं. इस हवाले से उन्होंने कहा है कि विकास दुबे के भाई दीप प्रकाश दुबे और उनकी पत्नी अंजलि दुबे को पुलिस ने झूठे मामलों में फंसाया है. उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि वे परिवार के सदस्यों के खिलाफ लगाए गए मामलों की जांच कराने का आदेश दें और उन्हें न्याय दें.

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वहीं हाल ही में बिकरू हत्याकांड के आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे के बहनोई कृष्ण गोपाल दीक्षित को जालसाजी के मामले में लखनऊ में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने यह जानकारी दी. उसे कृष्णा नगर पुलिस ने कार के कागजात के साथ हेरफेर करने के मामले में सोमवार को गिरफ्तार किया. दीक्षित उन्नाव के अचलगंज का निवासी है.

पिछले जुलाई में बिकरू हत्याकांड के बाद पुलिस की छापेमारी के दौरान विकास दुबे के भाई दीप प्रकाश के घर से एक एंबेसडर कार बरामद हुई थी. 4 जुलाई को, बिकरू हत्याकांड के एक दिन बाद, जिसमें आठ पुलिस कर्मी मारे गए थे, लखनऊ में विकास दुबे के भाई के घर में एक सरकारी एंबेसडर कार मिली थी.

जांच के दौरान, यह पाया गया कि फर्जी कागजात का इस्तेमाल कर कार को पंजीकृत किया गया था जिसके बाद मामला दर्ज किया गया था. यह कार राज्य संपत्ति के विशेष सचिव के नाम पर पंजीकृत है और जाहिर तौर पर एक नीलामी में खरीदी गई थी, लेकिन स्वामित्व को ट्रांसफर नहीं किया गया था.

जांच अधिकारी राम प्रकाश शर्मा ने कहा कि कार के फर्जी दस्तावेज कृष्ण गोपाल दीक्षित ने तैयार किए थे. एक पखवाड़ा पहले, स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने घटनास्थल से भागने में गैंगस्टर विकास दुबे की मदद करने के आरोपी सात लोगों को गिरफ्तार किया था.

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गैंगस्टर विकास दुबे और उसके गुर्गो ने 3 जुलाई को बिकरू में घात लगाकर पुलिस टीम पर गोलियां चलाईं थी जो उन्हें गिरफ्तार करने गई थी. गोलीबारी में सर्किल अधिकारी सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद हुए थे.

एक हफ्ते बाद, विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर से गिरफ्तार किया गया था. 10 जुलाई को कानपुर लाए जाने के दौरान भागने की कोशिश करने पर पुलिस ने एनकाउंटर में उसे मार गिराया था. बिकरू हत्याकांड के पांच और अभियुक्त भी अलग-अलग मुठभेड़ में मारे गए और 36 आरोपी इस मामले में जेल में हैं.

बता दें कि पिछले साल 10 जुलाई को कानपुर में हुई एक पुलिस मुठभेड़ के दौरान विकास दुबे मारा गया था. दुबे ने 3 जुलाई को बिकरू गांव में घात लगाकर 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी. पुलिस उसके परिवार के सदस्यों और सहयोगियों के खिलाफ व्यापक जांच कर रही है.