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यूपी में BJP विधायक IAS और IPS की कार्यशैली पर उठा रहे सवाल, जानें क्यों

आईएएस (IAS) और आईपीएस भ्रष्टाचार के मामले संज्ञान में आने के बाद ताबड़तोड़ कार्रवाई भी हो रही है बावजूद इसके भारतीय जनता पार्टी के विधायक ही आईएएस और आईपीएस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं.

Updated on: 12 Sep 2020, 04:18 PM

नई दिल्ली :

उत्तर प्रदेश सरकार लगातार भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करने का दावा कर रही है. आईएएस (IAS) और आईपीएस भ्रष्टाचार के मामले संज्ञान में आने के बाद ताबड़तोड़ कार्रवाई भी हो रही है बावजूद इसके भारतीय जनता पार्टी के विधायक ही आईएएस और आईपीएस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं.

सुल्तानपुर और गाजीपुर के बाद ताजा मामला महोबा का है जहां पर भ्रष्टाचार के आरोप में पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार को न सिर्फ निलंबित किया गया बल्कि उन पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच एसआईटी (SIT) से कराने की सरकार ने निर्देश जारी कर दिए. अब एक बार फिर महोबा के चरखारी से विधायक गुड्डू राजपूत ने जिले के जिलाधिकारी को कटघरे में खड़ा कर दिया है. चरखारी विधायक का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें जिलाधिकारी की गौशालाओं को लेकर की जा रही कार्रवाई पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया गया है.

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विधायक का वीडियो वायरल होने के बाद विपक्ष को एक बार फिर से बैठे-बिठाए मौका मिल गया है. यूपी कांग्रेस के मीडिया प्रभारी ललन कुमार ने सरकार पर एक बार फिर सवाल उठाते हुए कहा है कि भ्रष्टाचार पर सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई महज दिखावा भर है. दरअसल सरकार अपने ही जनप्रतिनिधियों द्वारा बार-बार कटघरे में क्यों खड़ी की जा रही है इस पर गहन चिंतन और मंथन होना चाहिए.

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वहीं, सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया का कहना है कि अब तो बीजेपी विधायक ही इस बात की पोल खोल रहे हैं कि सरकार में कितना भ्रष्टाचार व्याप्त है.