यूपी के प्रयागराज में इस बार महाकुंभ 2025 को विशाल रूप देखने को मिल रहा है. महाकुंभ शुरू होने की तारीख वैसे तो 13 जनवरी से है लेकिन साधु-संत मेले में अभी से पहुंचने लगे हैं. हर 12 साल में आयोजित होने वाला यह विश्व प्रसिद्ध धार्मिक आयोजन देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालुओं और संतों को आकर्षित कर रहा है. इनमें से कुछ बाबा ऐसे हैं जिन्हें हर कोई देखना चाहता है.
कुंभ 2025 में बवंडर बाबा पूरे देश की एक लाख किलोमीटर की यात्रा करके पहुंचे हैं. सनातन धर्म की पताका फहराने के लिए वह यात्राएं कर रहे हैं और अपने धर्म और संस्कृति के प्रति जागरूक कर रहे हैं.
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तिपहिया स्पेलेंडर से 14 दिन में गुजरात से प्रयागराज पहुंचे बाबा
प्रयागराज महाकुंभ 2025 में एक और बाबा हैं जो पोलियो से ग्रस्त हैं लेकिन अपनी तिपहिया स्पेलेंडर से गुजरात से प्रयागराज पहुंचे हैं. 14 दिनों में सर्दी और बारिश जैसी बाधाओं का सामना करना पड़ा लेकिन धर्म के प्रति आस्था ने उनका मनोबल बढ़ाए रखा. इसके अलावा छोटू बाबा का जिक्र भी जरूरी है जो पिछले 32 सालों से स्नान से दूर रहे और अन्य संत जो अनोखे प्रतीकों के साथ आते हैं.
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13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा महाकुंभ
बता दें कि महाकुंभ मेला हर 12 साल में एक बार आयोजित किया जाता है. 13 जनवरी पौष पूर्णिमा से शुरू होकर यह मेला 26 फरवरी महाशिवरात्रि व्रत तक यह मेला चलेगा. इससे पहले साल 2013 में प्रयागराज में ही महाकुंभ मेला लगा था. इस बार कुंभ मेले में 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया जा रहा है. कुंभ मेला भारत के चार तीर्थ स्थल प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक, उज्जैन में लगता है.साल 2025 में पौष पूर्णिमा के दिन ही पहला शाही स्नान होगा और सबसे पहले शाही नागा साधुओं को स्नान करने का मौका मिल रहा है.