UP: बरेली पुलिस का अमानवीय चेहरा, मास्क न लगाने पर युवक के हाथ-पैर में ठोक दी कीलें
मामला उत्तर प्रदेश के बरेली से प्रकाश में आया है, जहां पुलिस का अमानवीय चेहरा देखने को मिला. बरेली पुलिस ने एक युवक को मास्क न लगाने की ऐसी सजा दी कि हर किसी का दल दहल जाएगा
highlights
- UP: बरेली पुलिस का अमानवीय चेहरा
- मास्क न लगाने पर पुलिस ने की बर्बरता
- युवक के हाथ और पैर में ठोक दी कीलें
बरेली:
कोरोना महामारी के दौर में इस संक्रमण से बचने के लिए मास्क बेहद जरूरी है और इसका पालन कराने के लिए कानून का भी सहारा लिया जा रहा है. मगर इन कानूनों की आड़ में कानून के रखवाले अपनी मर्यादा और मानवता को भूल जाते हैं. मामला उत्तर प्रदेश के बरेली से प्रकाश में आया है, जहां पुलिस का अमानवीय चेहरा देखने को मिला. बरेली पुलिस ने एक युवक को मास्क न लगाने की ऐसी सजा दी कि हर किसी का दल दहल जाएगा. कानून की रखवाली करने की आड़ में पुलिसवालों ने कथित तौर पर आरोपी के हाथ-पैर में कीलें ठोक दीं. हैरानी तब भी हुई जब पीड़ित युवक न्याय के लिए एसएसपी दफ्तर में पहुंचा तो पुलिस अफसरों ने उसके आरोपों को निराधार करार दिया.
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जानकारी के अनुसार, यह घटना बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र के जगतपुर की है. जहां युवक के हाथ में पुलिसवालों ने कीलें ठोक दी. पीड़ित ने बताया कि जब वह अपने घर जा रहा था तो पुलिसवालों ने उसे अपने पास बुलाया. इसके बाद उन पुलिसवालों ने मेरे साथ मारपीट की. मुझे कई डंडे मारे और गाली गलौच की. इसके बाद उन पुलिसवालों ने मेरी आंखों पर चट्टी बांध दी और हाथ-पैर में कीलें ठोक दीं. हाथों और पैरों की लगी हुई कीलों के साथ पीड़ित युवक एसएसपी दफ्तर पहुंचा और मदद की गुहार लगाई.
हालांकि यहां एसएसपी रोहित सिंह सजवान ने पुलिसवालों का बचाव करते हुए उन्हें क्लीन चिट दे दी. उन्होंने पूरे मामले को संदिग्ध माना. एसएसपी का कहना है कि गिरफ्तारी से बचने के लिए पीड़ित युवक ने खुद यह काम किया है. एसएसपी ने कहा कि उसने अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए षड्यंत्र रचा है. घटना 24 तारीख की थी और यह 26 मई को अपने हाथों-पैरों में कील लेकर आया है, जो पुलिसवालों पर आरोप लगा रहा है. एसएसपी ने कहा कि आरोपी उसी वक्त मौके से फरार हो गया था. अभी तक पुलिसवालों के खिलाफ दुर्व्यहार की पुष्टि नहीं हुई है.
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उन्होंने बताया कि 24 मई को यह युवक बिना मास्क के घूम रहा था. जिसके बाद उसके ऊपर केस मुकदमा दर्ज किया गया. इसके बाद यह युवक वहां से भाग गया था. जब पुलिस इसके घर दबिश देने गई थी तो वहां रंजीत मिला नहीं था. रंजीत के खिलाफ पहले भी एक मुकदमा चल रहा था. 2020 में भी मंदिर में चोरी और मूर्ति तोड़ने का आरोप उस पर लगा था. जिसमें उसे गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था. फिलहाल एसएसपी ने मामले की जांच की बात कही है.
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