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पाकिस्तान में हिंदू मंदिर को तोड़ने के खिलाफ भारत में विरोध, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन

पाकिस्तान में मंदिर में तोड़फोड़ के बाद हिंदू समुदाय के लोगों में भारी आक्रोश है. भारत में भी इस घटना की निंदा की जा रही है और पाकिस्तान सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं.

Updated on: 03 Jan 2021, 09:14 AM

अलीगढ़:

पाकिस्तान में हिंदूओं को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है. बीते दिनों ही भी इसका उदाहरण देखने को मिला, जब पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में करक जिले के टेरी गांव में हिंदू मंदिर में आगजनी और तोड़फोड़ की गई. मंदिर में तोड़फोड़ के बाद हिंदू समुदाय के लोगों में भारी आक्रोश है. भारत में भी इस घटना की निंदा की जा रही है और पाकिस्तान सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन किया गया.

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पाकिस्तान में हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की घटना को लेकर अलीगढ़ में शनिवार शाम को प्रदर्शन किया गया. अलीगढ़ में बजरंग दल के समर्थकों ने पाकिस्तान में हिंदू मंदिरों को तोड़े जाने को लेकर नारेबाजी की. उन्होंने जमकर पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए. इसके साथ ही बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर पाकिस्तानी झंडे चिपकाकर उन्हें पैरों तले रोंदते हुए अपना विरोध व्यक्त किया. 

उल्लेखनीय है कि बीते दिनों पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम प्रांत में क्रोधित भीड़ ने एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की थी. मंदिर को विस्तार देने का काम चल रहा था, जिसका विरोध किया जा रहा था. बाद में वहां भीड़ ने पुराने ढांचे के समीप बनाए गए नए निर्माण को गिरा दिया और आग लगा दी. बताते हैं कि स्थानीय मौलवी के नेतृत्व में सैकड़ों की भीड़ ने मंदिर को क्षतिग्रस्त कर दिया था. यह तब है जब वजीर-ए-आजम भारत को अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और मौलिक अधिकारों पर तमाम बार भाषण दे चुके हैं. हालांकि हमले के बाद कट्टरपंथी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम पार्टी के नेता रहमत सलाम खट्टक समेत 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया.

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करक में हुई इस घटना की मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय ने निंदा की है. पाकिस्तान में मानवाधिकारों के लिए संघीय संसदीय सचिव लाल चंद मल्ही ने इस हमले की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा कि कुछ लोग पाकिस्तान को बदनाम करने के लिए इस प्रकार की असामाजिक गतिविधियां कर रहे हैं, जिन्हें सरकार कतई बर्दाश्त नहीं करेगी. खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान ने मंदिर पर हमले को 'एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना' बताया और इसमें शामिल लोगों की तत्काल गिरफ्तार के आदेश दिए.