logo-image

बाबरी मस्जिद मामला: अहम है आज का दिन, कोर्ट में आडवाणी समेत 32 आरोपियों के दर्ज होंगे बयान

जबकि विशेष न्यायाधीश एसके यादव ने प्रत्येक आरोपी से पूछने के लिए एक हजार से अधिक प्रश्न तैयार कराए हैं जिनके जवाब आरोपियों को देने हैं.

Updated on: 04 Jun 2020, 08:52 AM

नई दिल्ली:

अयोध्‍या में हुए बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में गुरुवार का दिन अहम रहेगा. 4 जून यानी आज सीबीआई की विशेष अदालत में भाजपा नेताओं लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्‍याण सिंह और उमा भारती सहित 32 आरोपियों के बयान दर्ज किए जाएंगे. जबकि विशेष न्यायाधीश एसके यादव ने प्रत्येक आरोपी से पूछने के लिए एक हजार से अधिक प्रश्न तैयार कराए हैं जिनके जवाब आरोपियों को देने हैं.

बतादें बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में अब तक सीबीआई ने आरोपियों के खिलाफ कुल 354 गवाह पेश किए थे जिनकी गवाही खत्म होने के बाद कोर्ट ने अभियोजन प्रपत्रों और गवाहों की गवाही के आधार पर आरोपियों से पूछने के लिए एक हजार से अधिक सवाल तैयार किये हैं. जबकि कोर्ट आरोपियों से खुली कोर्ट में उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों के सम्बंध में प्रश्न पूछेगी. इस दौरान आरोपी उसका जवाब देगा और अपना पक्ष भी रखेगा. वहीं, इसी बयान में आरोपी को अगर अपने पक्ष में सफाई देनी है तो बताएगा और कोर्ट उसे सफाई के गवाह पेश करने का मौका देगी.

यह भी पढ़ें-इस बीजेपी नेता ने जताई षड्यंत्र रचे जाने की आशंका, कहा- कल मैं मर जाऊं तो...

गौरतलब है कि 6 दिसम्बर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद को उन्मादी भीड़ ने ढहा दिया था. इस मामले की रिपोर्ट रामजन्म भूमि थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी प्रियंबदा नाथ शुक्ल और चौकी प्रभारी गंगा प्रसाद तिवारी ने 6 दिसम्बर 1992 को दर्ज कराई थी. बाद में मामले की विवेचना सीबीआई को सौंपी गई जिसने कुल 49 आरोपियो के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी, जिसमें से लालकृष्ण आडवाणी, उमा भारती, कल्याण सिंह, मुरलीमनोहर जोशी, बृजभूषण शरण सिंह, चम्पत राय समेत 32 के खिलाफ सुनवाई चल रही है. जबकि बाला साहेब ठाकरे, अशोक सिंघल, गिरिराज किशोर, विष्णुहरी डालमिया समेत 17 आरोपियों की मृत्यु हो चुकी है. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में विशेष न्यायालय को आदेश दिया है कि वह हर हाल में 31 अगस्त तक अपना निर्णय दे.

यह भी पढ़ें- कोरोना ने तबाह किए व्यापार : कैसे होगा सुधार इस पर राहुल गांधी संग चर्चा करेंगे राजीव बजाज

बता दें बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले की सुनवाई कर रही विशेष सीबीआई अदालत ने 28 मई को अगली सुनवाई के लिए 4 जून की तारीख तय करते हुए सभी आरोपियों को बयान दर्ज कराने के लिए अदालत में हाजिर होने के निर्देश दिये थे. इस मामले में पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह तथा भाजपा के वरिष्ठ नेतागण मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, विनय कटियार, साध्वी ऋतम्भरा, साक्षी महाराज, राम विलास वेदांती और बृज भूषण शरण सिंह समेत 32 लोग हैं.