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Rajasthan Crisis: कांग्रेस के बाद अब बीजेपी ने की विधायकों की बाड़ेबंदी

राजस्थान भाजपा के प्रमुख सतीश पुनिया ने पार्टी विधायकों को बाहर भेजे जाने को भ्रमण यात्रा बताया, जबकि यह स्वीकार भी किया कि उन्हें कांग्रेस और राज्य के वरिष्ठ अधिकारी प्रलोभन दे रहे हैं. इसलिए उन्हें टूर पर भेजा जा रहा है.

Updated on: 09 Aug 2020, 12:03 AM

नई दिल्‍ली:

यह केवल कांग्रेस नहीं है जिसे राजस्थान (Rajasthan Crisis) में भाजपा से विधायकों के खरीद-फरोख्त का डर है, बल्कि भाजपा भी अपने विधायकों को एकजुट रखने का प्रयास कर रही है. कांग्रेस द्वारा उसके विधायकों को होटल भेजे जाने पर आपत्ति उठाने वाली, विपक्षी पार्टी ने अपने 18-20 विधायकों को भाजपा शासित गुजरात भेज दिया है. जालौर, सिरोही और उदयपुर संभाग के करीब एक दर्जन विधायकों को अहमदाबाद के एक रिसॉर्ट में शुक्रवार रात को शिफ्ट किया गया है, वहीं छह विधायकों के समूह को जयपुर एयरपोर्ट से चार्टर्ड प्लेन से पोरबंदर भेजा जा रहा था.

राजस्थान भाजपा के प्रमुख सतीश पुनिया ने पार्टी विधायकों को बाहर भेजे जाने को भ्रमण यात्रा बताया, जबकि यह स्वीकार भी किया कि उन्हें कांग्रेस और राज्य के वरिष्ठ अधिकारी प्रलोभन दे रहे हैं. इसलिए उन्हें टूर पर भेजा जा रहा है. पुनिया ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि सत्तारूढ़ कांग्रेस अपने फायदे के लिए राजस्थान में सरकारी मशीनरी को दुरुपयोग कर रही है. उन्होंने कहा कि कई अधिकारियों ने हमारे ट्राइबल बेल्ट के विधायकों से मुलाकात की और उन्हें कई तरह से लुभाने की कोशिश की. हमारे विधायक अवसाद और तनाव में थे, इसलिए उन्हें हमने यात्रा पर भेजने का निर्णय लिया.

बीजेपी नेता ने कैंपिंग शब्द का प्रयोग नहीं किया
भाजपा नेता ने हालांकि भाजपा विधायकों के लिए कैपिंग शब्द का प्रयोग नहीं किया और कहा कि यह शब्द कांग्रेस द्वारा उछाला गया है और जैसलमर में इनके विधायकों पर सुरक्षा टीम द्वारा नजर रखी जा रही है. इस बीच, पीसीसी की पूर्व उपाध्यक्ष अर्चना शर्मा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि भाजपा कांग्रेस पर आरोप लगा रही थी, जबकि उनके पार्टी में ही विवाद है, इसलिए वे अपने विधायकों को गुजरात भेज रहे हैं. 

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वसुंधरा राजे ने दिल्ली में डाला डेरा, की बीजेपी नेताओं से मुलाकात
वहीं राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने एक बार फिर दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर राजस्थान का सियासी पारा चढ़ा दिया है. राजस्थान में चल रहे सियासी संकट के बीच वसुंधरा राजे ने शनिवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath singh) से मुलाकात की. समझा जाता है कि दोनों नेताओं के बीच राजस्थान के राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई. राजे पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में हैं.

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जेपी नड्डा और राजनाथ सिंह से मिली वसुंधरा राजे
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने शुक्रवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के संगठन महासचिव बीएल संतोष से भी मुलाकात की थी. हालांकि, इन मुलाकातों के दौरान वसुंधरा की पार्टी नेताओं से क्या चर्चा हुई, इस पर आधिकारिक रूप से कोई सूचना नही दी गई है. वसुंधरा की ये मुलाकातें इसलिए महत्वपूर्ण हो जाती हैं क्योंकि पिछले महीने से शुरू हुए राजनीतिक संकट के दौरान वह जयपुर में हुई भाजपा की बैठकों से अलग रही हैं और उन्होंने पूरे घटनाक्रम पर चुप्पी साधे रखी. गौरतलब है कि पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और कांग्रेस के कुछ अन्य विधायकों के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बागी रुख अपनाने के कारण राजस्थान में पिछले कुछ हफ्तों से राजनीतिक उठापटक चल रही है. कांग्रेस आलाकमान ने पायलट को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री पदों से हटा दिया था.