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राजस्थान में गहलोत मन्त्रिमण्डल फेरबदल विस्तार की कवायद

पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की हरी झंडी मिलने के बाद 28 या 29 जुलाई को गहलोत मंत्रीमंडल में बड़ा फेरबदल हो सकता है.

Updated on: 26 Jul 2021, 05:24 PM

highlights

  • करीब दस मंत्री हटाए जा सकते हैं और 15 नए मंत्री बनाए जा सकते हैं
  • शिक्षामंत्री पर सिफारिश से अधिक अंक दिलवाकर सलेक्शन करवाने के आरोप लगे थे
  • एक साल पहले सचिन पायलट को हटाकर गोविंद डोटासरा को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था

राजस्थान:

राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच मंत्रीमंडल फेरबदल को लेकर विवाद मौटे तौर पर पार्टी हाईकमान ने सुलझा लिया. अब पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की हरी झंडी मिलने के बाद 28 या 29 जुलाई को गहलोत मंत्रीमंडल में बड़ा फेरबदल हो सकता है. करीब दस मंत्री हटाए जा सकते हैं और 15 नए मंत्री बनाए जा सकते हैं. फेरबदल और मंत्रियों के हटाए जाने की पुष्टि शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का एक विडियो कर रहा है. जिसमें वे खुद कह रहे हैं कि मुझे हटा रहे हैं.

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राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिहं डोटासरा कुछ दिनों पहले राजस्थान सिविल सेवा परीक्षा में अपने तीन रिश्तेदारों के चयन से विवादो में आ गए थे. शिक्षामंत्री पर सिफारिश से अधिक अंक दिलवाकर सलेक्शन करवाने के आरोप लगे थे. डोटासरा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी है. डोटसरा का मंत्री पद जाना तय माना जा रहा है. ये खुद डोटसरा भी मान रहे हैं. अजमेर मे माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के एक कार्यक्रम में तो मंत्रीजी ने यहां तक कह दिया कि उनका मंत्री पद बस दो चार दिन का है..जो काम करवाना है करवा लो..एक साल पहले सचिन पायलट को हटाकर गोविंद डोटासरा को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था. हालांकि डोटसरा के पीसीसी अध्यक्ष पद को खतरा नहीं. दो में से अब एक पद यानी मंत्री पद जाना तय.

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मंत्री पद से जिनकी छुट्टी की खबरें  है उस लिस्ट में दूसरा नाम है राजस्व मंत्री हरीश चौधरी का. हरीश चौधरी बाड़मेर में कैलाश प्रजापति इनकाउंटर केस में घिरते जा रहे हैं. इस केस की जांच सीबीआई कर रही है. प्रजापति के परिवार ने व्यवसायिक प्रतिपर्धा के चलते चौधरी पर इनकांउटर कराने का आरोप लगाया. हालांकि चौधरी ने कहा कि ये आरोप निराधार है. सीबीआई जांच में सबकुछ साफ हो जाएगा. फेरबदल में सचिन पायलट कोटे से गहलोत मंत्रीमंडल में शामिल मंत्रियों पर भी तलवार लटकी है. ऐसे छह मंत्री है. पायलट इन्हें अब अपने कोटे में नहीं मानते है. गहलोत के बचाव करे पर ही मंत्री पद बच सकता.  पायलट कोटे के ये मंत्री अब कह रहे हैं कि वे पार्टी आलाकमान के कोटे में है.