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राजस्थाम: अभी खत्म नहीं हुई गहलोत सरकार की मुश्किलें, अब बीजेपी करने जा रही है यह काम

सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों की घर वापसी से भले ही अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार के गिरने का खतरा टल गया हो, मगर मुश्किलें अभी खत्म नहीं हुई हैं.

Updated on: 13 Aug 2020, 04:28 PM

जयपुर:

सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों की घर वापसी से भले ही अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार के गिरने का खतरा टल गया हो, मगर मुश्किलें अभी खत्म नहीं हुई हैं. अब भारतीय जनता पार्टी राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएगी. जयपुर में आज हुई बीजेपी विधायक दल की बैठक में यह फैसला लिया गया है.

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बैठक के बाद राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने संवाददाताओं से कहा कि विधानसभा के शुक्रवार से शुरू हो रहे सत्र में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा. उन्होंने कहा कि हम अपने सहयोगियों के साथ कल विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव ला रहे हैं. गुलाब चंद कटारिया ने कहा, 'हो सकता है कि ये सरकार स्वयं अपनी तरफ से विश्वास मत के लिए प्रस्ताव लेकर आए. वो अपना काम करेंगे, लेकिन हम कल ही उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी साथ का साथ भाजपा और उनके सहयोगी दल के रूप में रखेंगे.'

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वहीं राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा, 'जिस तरीक से उन्होंने मशक्कत की है शायद वो विश्वास मत का प्रस्ताव रखें, लेकिन हम भी पूरी तरह से तैयार हैं अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए. ये सरकार हो सकता है कल सिर गिना दे लेकिन मुझे लगता है जनता की नजर में इस सरकार का जनमत गिर चुका है.'

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उधर, कांग्रेस ने गहलोत सरकार के खिलाफ बगावत करने वाले विधायक विश्वेंद्र सिंह तथा भंवर लाल शर्मा का निलंबन रद्द कर दिया. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने ट्वीट कर यह जानकारी दी. कांग्रेस नेता ने कहा, 'कांग्रेस के संगठन महासचिव और राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे ने विधायक भंवरलाल शर्मा और विश्वेन्द्र सिंह के कांग्रेस पार्टी से निलंबन को वापस ले लिया है.' इससे पहले पांडे ने ट्वीट कर कहा कि व्यापक विचार विमर्श के बाद इन दोनों विधायकों का निलंबन रद्द किया गया है.