पंजाब : कृषि कानूनों से गुस्साए किसानों ने भाजपा विधायक के कपड़े फाड़े
भाजपा कार्यालय में मीडिया को संबोधित करने के लिए नारंग जैसे ही मुक्तसर जिले के मलोट पहुंचे तो हंगामा शुरू हो गया. प्रदर्शनकारी वहां पहले से ही जुटे हुए थे. उन्होंने नारंग से कहा कि वे केंद्र द्वारा पारित कृषि कानून किसानों के खिलाफ हैं.
highlights
- भाजपा विधायक अरुण नारंग के साथ धक्का-मुक्की की
- नारंग के समर्थकों ने कहा कि विधायक पर कुछ लोगों ने हमला किया
- प्रदर्शनकारियों ने फाड़ दिए, उन पर काली स्याही भी फेंकी
चंडीगढ़:
पिछले साल सितंबर में संसद द्वारा पारित तीन केंद्रीय कृषि कानूनों से नाराज प्रदर्शनकारी किसानों के एक समूह ने शनिवार को पंजाब के मलौत शहर के अबोहर से भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) विधायक अरुण नारंग के साथ धक्का-मुक्की की और कथित तौर पर उनके कपड़े फाड़ दिए. नारंग के समर्थकों ने कहा कि विधायक पर कुछ लोगों ने हमला किया, जिससे वह घायल हो गए. उनके कपड़े कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों ने फाड़ दिए, उन पर काली स्याही भी फेंकी. हालात को देखते हुए भाजपा नेता तुरंत वहां से चले गए. उन्होंने आरोप लगाया कि इस घटना के पीछे राज्य की कांग्रेस सरकार का हाथ है.
यह भी पढ़ें : जफरयाब जिलानी का बड़ा आरोप, 'BJP हिन्दू और मुसलमानों के बीच दूरी पैदा कर रही है
भारतीय जनता पार्टी ( Bharatiya Janata Party ) (बीजेपी) कार्यालय में मीडिया को संबोधित करने के लिए नारंग जैसे ही मुक्तसर जिले के मलोट पहुंचे तो हंगामा शुरू हो गया. प्रदर्शनकारी वहां पहले से ही जुटे हुए थे. उन्होंने नारंग से कहा कि वे केंद्र द्वारा पारित कृषि कानून किसानों के खिलाफ हैं. प्रदर्शनकारियों ने विधायक को कार्यक्रम स्थल तक नहीं पहुंचने दिया और उनके वाहन पर काला रंग पोत दिया.
यह भी पढ़ें : हर्षवर्धन ने तीसरे चरण से पहले एनडीएमसी टीकाकरण केंद्रों का किया दौरा
भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party ) विधायक के साथ अभद्रता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इसमें पुलिस को विधायक की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उन्हें बचाने की कोशिश करते हुए देखा जा सकता है. हाथापाई में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को भी चोटें आईं.
यह भी पढ़ें : मुख्यमंत्री ने होली पर बहराइच को दिया 333.83 करोड़ रुपए की योजनाओं का तोहफा
प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ( Bharatiya Janata Party ) अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ( Chairman Ashwini Sharma ) सहित पार्टी के नेताओं को केंद्र के तीन कृषि कानूनों का समर्थन करने के कारण पिछले साल अक्टूबर से ही किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें