Chandigarh: पंजाब में पाकिस्तान की ओर से ड्रोन के जरिए नशा और हथियार भेजने की साजिशें कोई नई बात नहीं हैं, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में पंजाब पुलिस और आम आदमी पार्टी की सरकार ने इस नेटवर्क को तोडने में बडी सफलता हासिल की है. आंकडों के मुताबिक, 2022 से जुलाई 2025 तक कुल 591 ड्रोन बरामद किए गए हैं, जिनके जरिए नशा, हथियार और विस्फोटक पंजाब में भेजे जा रहे थे.
राज्य में सुरक्षा को लेकर अपनाई गई ठोस रणनीति
मान सरकार के आने के बाद से राज्य में सुरक्षा को लेकर एक ठोस रणनीति अपनाई गई है. 2022 में 28, 2023 में 121 और 2024 में रिकॉर्ड 294 ड्रोन पकडे गए. 2025 में अब तक 138 ड्रोन जब्त हो चुके हैं. ये आंकडे दिखाते हैं कि पंजाब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने किस हद तक अपनी सतर्कता बढाई है.
22 हजार से अधिक तस्कर हो चुके हैं गिरफ्तार
इतना ही नहीं, इसी अवधि में 22,000 से अधिक नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने ड्रोन से भेजे गए नशे और हथियारों की भारी मात्रा में बरामदगी भी की है — 932 किलो से ज्यादा हेरोइन, 263 पिस्तौल, 14 AK-47 राइफल, 66 हैंड ग्रेनेड और करीब 15 किलो RDX.
इस सफलता का श्रेय राज्य सरकार की एंटी-ड्रोन नीति को जाता है. सीमावर्ती 596 गांवों में स्थानीय लोगों, रिटायर्ड सैनिकों और पुलिसकर्मियों की मदद से चौबीसों घंटे निगरानी तंत्र तैयार किया गया है. हर गांव को तीन श्रेणियों में बांटकर डिजिटल डाटा तैयार किया गया है, जिससे हर संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत एक्शन लिया जा सके.
अब तक 9 एंटी-ड्रोन सिस्टम खरीद चुकी है सरकार
राज्य सरकार अब 51 करोड की लागत से 9 आधुनिक एंटी-ड्रोन सिस्टम और खरीद रही है, जिन्हें सीमा पर तैनात किया जाएगा. पुलिस और BSF मिलकर ड्रोन की ट्रैकिंग, फोरेंसिक जांच और संचार विश्लेषण कर रही हैं.
गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन जैसे जिले, जो पहले ड्रोन तस्करी के लिए कुख्यात थे, अब सुरक्षा व्यवस्था की मिसाल बन चुके हैं. यह पहल केवल पंजाब नहीं, बल्कि देश की सीमाओं को भी सुरक्षित करने की दिशा में एक मजबूत कदम है. अब पंजाब कह रहा है कि नशा नहीं, सुरक्षा की रणनीति ही यहां की नई उडान है.
यह भी पढ़ें: Punjab News: सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंचा फिरोजपुर का किसान, परिवार ने की सुरक्षित वापसी की गुहार
यह भी पढ़ें: Drones के खिलाफ BSF ने बनाई सफल रणनीति, इस साल ढेर किये 16 ड्रोन