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पंजाब निकाय चुनाव में अकाली दल की हार, हरसिमरत कौर बादल ने इसे ठहराया जिम्मेदार

पंजाब के निकाय चुनावों में कांग्रेस का डंका बजा है. नगर निगम और नगर पंचायतों में बुधवार को घोषित किए गए नतीजों में कांग्रेस का दबदबा रहा है. कांग्रेस ने बठिंडा, बाटला, कपूरथला, मोगा, पठानकोट नगर निगम में अपना परचम लहराया है.

Updated on: 17 Feb 2021, 04:47 PM

नई दिल्ली:

पंजाब के निकाय चुनावों में कांग्रेस का डंका बजा है. नगर निगम और नगर पंचायतों में बुधवार को घोषित किए गए नतीजों में कांग्रेस का दबदबा रहा है. कांग्रेस ने बठिंडा, बाटला, कपूरथला, मोगा, पठानकोट नगर निगम में अपना परचम लहराया है. नगर निगमों के अलावा अभी तक कांग्रेस ने 98 म्युनसिपल काउंसिल में जीत दर्ज कर ली है. इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और भटिंडा से सांसद हरसिमरत कौर बादल (Harsimrat Kaur Badal) ने निकाय चुनाव में अकाली दल की हार के लिए कांग्रेस की सरकार और कुछ अफसरों को जिम्मेदार ठहराया है. 

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पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने अकाली दल के कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि जब चुनाव कैंपन के दौरान अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल पर हमला हो सकता है उन पर गोलियां चलाई जा सकती हैं तो आम कार्यकर्ताओं पर कांग्रेस की सरकार ने क्या-क्या ज्यादतियां की है उसको समझा जा सकता है. उन्होंने आगे कहा कि वो उम्मीद करती हैं कि 2022 विधानसभा चुनाव में पंजाब में अकाली दल की सरकार बनेगी और उसके बाद हर एक जुल्म का हिसाब लिया जाएगा. 

हरसिमरत कौर ने आगे कहा कि न सिर्फ कांग्रेस के ऐसे नेता जिन्होंने अकाली दल के कार्यकर्ताओं पर ज्यादतियां की है बल्कि वो अफसर जिन्होंने मिलीभगत करके कांग्रेस को जिताने के लिए अकाली दल के कार्यकर्ताओं पर अत्याचार किए हैं उस एक-एक अफसर से भी हिसाब लिया जाएगा.

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आपको बता दें कि केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का समर्थन करने का कांग्रेस को पंजाब के स्थानीय निकाय चुनावों में बहुत बड़ा फायदा मिला है. जिस तरह किसानों के साथ कांग्रेस खुलकर सामने आई, उसी तरह पंजाब की जनता ने भी कांग्रेस को वोट दिया है. पंजाब में 116 शहरी स्थानीय निकाय चुनावों की काउंटिंग अभी जारी है, लेकिन सत्तारूढ़ कांग्रेस ने बड़ी बढ़त हासिल कर ली है. जबकि पंजाब में बीजेपी का निराशाजनक प्रदर्शन देखने को मिला है तो अकाली दल भी काफी पिछड़ गया है.