North East Flood: पिछले तीन दिनों में पूर्वोत्तर के कई राज्यों में मूसलाधार बारिश के चलते बाढ़, भूस्खलन की घटनाएं तेजी से बढ़ गई हैं. जिसके चलते अब तक 22 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है और हज़ारों लोग प्रभावित हुए हैं. सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्यों में मिज़ोरम, असम, मणिपुर, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश शामिल हैं, जहां सड़कें बाढ़ में बह गई हैं, कई घर ढह गए हैं और सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं. लगातार हो रही बारिश के बीच बचाव कार्य जारी है. इलाके में कई टूरिस्ट और स्थानीय लोग फंसे हुए हैं.
आईएमडी ने जारी की भारी बारिश की चेतावनी
इस बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने एक बार फिर से पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है तथा आने वाले दिनों में और अधिक बारिश होने की चेतावनी दी है. पूर्वोत्तर के राज्य असम में बाढ़ की स्थिति लगातार भयंकर होती जा रही है. भारी बारिश के बाद बाढ़ और भूस्खलन के चलते असम में अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि भारी बारिश के चलते राज्य के 17 जिले जलमग्न हो गए हैं और 78,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं.
वहीं कामरूप मेट्रो में भूस्खलन के कारण पांच मौत हुई है. जबकि तीन जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है. जबकि आठ जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट पर रखा गया है. उधर अरुणाचल और मेघालय से आने वाले बारिश के पानी ने स्थिति को और खराब कर दिया है. लगातार दूसरे दिन गुवाहाटी के कई हिस्सों में भारी जलभराव के कारण बाढ़ आ गई है, जिसके कारण बचाव दल फंसे हुए निवासियों को निकालने के लिए मशक्कत कर रहे हैं.
लखीमपुर सबसे ज़्यादा प्रभावित
वहीं असम का लखीमपुर सबसे ज़्यादा प्रभावित ज़िला है, जहां 41,600 से ज़्यादा लोग प्रभावित हुए हैं. यहां राहत बचाव कार्य जारी हैं. राहत बचाव दल के जवान लोगों को निकालकर राहत शिविरों में पहुंचा रहे हैं. उधर मिजोरम में भी भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है, जिससे चार लोगों की मौत हो गई है इनमें से तीन म्यांमार के शरणार्थी शामिल हैं और अन्य शख्स की जान गई है. राज्य में बारिश से संबंधित मौतों की कुल संख्या बढ़कर पांच हो गई है.
राज्य के कई स्थानों पर भूस्खलन और चट्टानें गिरने की घटनाएं हुईं, जिससे 147 घटनाओं में 56 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं. जबकि राष्ट्रीय और अंतर-राज्यीय राजमार्ग 69 स्थानों पर अवरुद्ध हो गए हैं. 63 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है. भूस्खलन के चलते राजमार्ग अवरुद्ध होने के कारण दक्षिणी मिजोरम जाने वाले यात्री सेरछिप में फंसे हुए हैं.
मेघालय, अरुणाचल और मणिपुर में भी भारी बारिश का कहर
उधर मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में भी भारी बारिश का कहर देखने को मिल रहा है. मेघालय में शनिवार को भारी बारिश के कारण बिजली गिरने से दो लड़कियों की मौत हो गई और एक अन्य व्यक्ति डूब गया. राज्य में पिछले तीन दिनों में छह मौतें हुई हैं. भूस्खलन, अचानक आई बाढ़ और बिजली आपूर्ति बाधित होने से 49 गांवों के लगभग 1,100 लोग प्रभावित हुए हैं.
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने भूस्खलन के कारण हुई नौ मौतों पर दुख व्यक्त किया. राज्य के पूर्वी कामेंग में सात और जीरो घाटी में दो लोगों की जान गई है. सीएम ने प्रत्येक पीड़ित परिवार के लिए चार लाख रुपये अनुग्रह राशि देने का एलान किया है. आईएमडी ने राज्य में 1 से 5 जून तक भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने तथा 5 और 6 जून को लगातार भारी बारिश का अनुमान लगाया है.
वहीं मणिपुर में भी लगातार बारिश हो रही है. इंफाल के कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई, जिसके कारण भारी जलभराव हो गया और दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया. सड़कें घुटनों तक पानी में डूब गईं और यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ. निचले इलाकों में घरों और दुकानों में पानी घुस गया.
ये भी पढ़ें: New Rules 1 June: LPG सिलेंडर की कीमतों में गिरावट, सस्ता होगा हवाई सफर, देश में आज से लागू हुए ये नियम
ये भी पढ़ें: Pakistan’s Best Friends: ये पांच देश हैं पाकिस्तान के बेस्ट फ्रेंड्स, खुद प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने जापान में बताए नाम