Pakistan’s Best Friends: महंगाई, खराब अर्थव्यवस्था और कर्ज के पहाड़ में दबे पाकिस्तान ने स्वीकार कर लिया है कि वह दूसरे देशों के सामने भीख का कटोरा लेकर घूमता है. खास बात है कि ये बात खुद पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम यानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने स्वीकार की है.
शरीफ एक दिन पहले एक मीटिंग के लिए जापान के क्योटा शहर में थे. इस दौरान, उन्होंने एक बैठक की. बैठक में शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान दुनिया से भीख मांगने वाले कटोरे के साथ नहीं बल्कि समान साझेदार के रूप में निवेश, व्यापार और नवाचार के लिए संपर्क करना चाहता है.
किसे अपना दोस्त मानता है पाकिस्तान?
क्वेटा में शरीफ ने अपने खास दोस्तों के नाम भी जाहिर किए. उसने कहा कि चीन पाकिस्तान का खास दोस्त है. सऊदी अरब, कतर, यूएई और तुर्किए हमारे सबसे भरोसे वाले सहयोगी हैं. ये सभी देश हमारे साथ समान भागीदार की भांति जुड़ना चाहते हैं. हम लोग साथ में व्यापार, नवाचार, स्वास्थ्य औऱ शिक्षा सहित अन्य क्षेत्रों में काम करना चाहते हैं. शरीफ ने कहा कि मैं और फील्ड मार्शल असीम मुनीर इस आर्थिक बोझ को अपने कंधे पर उठाने वाले आखिरी लोग हैं. ये बोझ अब राष्ट्र के कंधे पर है.
लगातार दुनिया से कर्ज ले रहा है पाकिस्तान
बता दें, पाकिस्तान को कुछ दिन पहले ही आईएमएफ ने एक अरब डॉलर (करीब 8500 करोड़ रुपये) का नया लोन दिया था. चीन ने भी पाकिस्तान को चीनी मुद्रा में 3.7 अरब डॉलर (करीब 32 हजार करोड़ रुपये) का कमर्शियल लोन फिर से देने का वादा किया है. खास बात है कि भारत से तनाव के बीच पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था हर तरह से प्रभावित है. इस वित्तीय वर्ष में डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपये में फिर से गिरावट हुई है. मंगलवार को डॉलर की कीमत 282.2 पाकिस्तानी रुपये के बराबर थी.
सिंधु जल समझौते के कारण बौखलाया हुआ है पाकिस्तान
पाकिस्तान सिंधु जल समझौता से बौखलाया हुआ है. पाकिस्तानी नेताओं में आसानी से बेचैनी देखी जा सकती है. पाकिस्तानी सांसद सैयद अली जफर ने कुछ दिनों पहले कहा था कि अगर संकट का समाधान नहीं किया तो आबादी भूख-प्यास से मर सकती है. सिंधु बेसिन हमारी लाइफलाइन है. हमारे देश का तीन चौथाई पानी दूसरे देश से आता है. हर 10 में से नौ पाकिस्तानी इंटरनेशनल वॉटर पर ही निर्भर हैं.