Maharashtra Polictics: शिवसेना (यूबीटी) के नेता और विधायक आदित्य ठाकरे ने महाराष्ट्र की महायुती सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने सरकार की योजनाओं को लेकर कहा कि ये सिर्फ प्रचार और कैमरे के सामने फोटो खिंचवाने तक सीमित रह गई हैं. आदित्य ने लाडली बहना, शिव भोजन और कर्जमाफी जैसी योजनाओं को "दिखावटी" बताते हुए कहा कि इनका असली लाभ आम जनता तक नहीं पहुंच पा रहा है.
जनता की भलाई नहीं है परवाह- आदित्य ठाकरे
ठाकरे ने कहा कि सरकार को सिर्फ इवेंट प्लानिंग और सोशल मीडिया पर प्रचार की चिंता है, न कि जनता की भलाई की. उन्होंने शिव भोजन योजना की चर्चा करते हुए कहा कि कोविड काल में यह योजना शुरू की गई थी ताकि हर गरीब को ₹5 में भोजन मिल सके. लेकिन अब इस योजना को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा.
लाडली बहना योजना पर उठाए सवाल
लाडली बहना योजना पर भी आदित्य ठाकरे ने सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि सरकार ने इस योजना का भरपूर प्रचार किया, लेकिन कई महिलाओं तक सहायता राशि पहुंची ही नहीं या बहुत कम पहुंची. इससे महिलाएं खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही हैं. उन्होंने कहा कि यह योजना सिर्फ चुनावी फायदा उठाने के लिए लाई गई थी.
ठाकरे ने जनता से अपील की कि वे सरकार के प्रचार से भ्रमित न हों और असली सच्चाई को समझें. उन्होंने कहा कि असली सवाल यह है कि जनता को कितनी मदद मिली, न कि सरकार ने कितनी तस्वीरें खिंचवाईं.
नितेश राणे पर दिया विवादित बयान
वहीं, भाषा विवाद को लेकर मंत्री नितेश राणे के बयान पर आदित्य ठाकरे ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और कहा कि 'कचरे को मैं जवाब नहीं देता'. राणे ने हाल ही में शिवसेना और एमएनएस पर तीखा हमला करते हुए मुस्लिम बहुल इलाकों में मराठी भाषा को लेकर बयान दिया था. इसके जवाब में आदित्य ने संयमित प्रतिक्रिया देते हुए इशारों में साफ कर दिया कि वह इस विवाद में नहीं पड़ना चाहते.
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