मुंबई 'डब्बावाला' अधिकारी लोन फ्रॉड मामले में गिरफ्तार
मुंबई पुलिस ने मुंबई के डब्बावाला के स्वयंभू प्रवक्ता को कथित तौर पर 61 डब्बावालों को मुफ्त स्कूटर देने के नाम पर लोन धोखाधड़ी केआरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
मुंबई :
मुंबई पुलिस ने मुंबई के डब्बावाला के स्वयंभू प्रवक्ता को कथित तौर पर 61 डब्बावालों को मुफ्त स्कूटर देने के नाम पर लोन धोखाधड़ी केआरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी. घाटकोपर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक नितिन अल्कनुरे ने आईएएनएस को बताया, "एक पुलिस दल ने आरोपी सुभाष गंगाराम तलेकर को पुणे जिले स्थित उसके गांव से उठाया और मंगलवार तड़के उसे मुंबई लाया गया. उसे जल्द ही एक मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया जाएगा."
यह भी पढ़ें : स्कूल जाने वाली हर छात्रा को प्रतिदिन 100 रुपये देगी असम सरकार
तलेकर के अलावा, अन्य दो डब्बावाला- विठ्ठल सावंत, दशरथ केदार, और दो निजी कंपनियां साई एंटरप्राइजेज के राकेश प्रसाद और ट्विस्ट 2 व्हीलर्स के भावेश दोषी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में है. अल्कनुरे ने कहा कि 7,00,000 रुपये की राशि की धोखाधड़ी करीब 2014 के बाद से की जा रही थी, और फरवरी 2019 में तालेकर के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई.
यह भी पढ़ें : राहुल गांधी फिर बन सकते हैं कांग्रेस अध्यक्ष, पार्टी की जिम्मेदारी उठाने को तैयार- सूत्र
अल्कनुरे ने कहा, "इसके बाद, मामले में जांच की गई, लेकिन कोविड-19 महामारी और तालाबंदी के दौरान बाधाएं आईं. उन्होंने अग्रिम जमानत के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख किया, जिसे खारिज कर दिया गया, जिसके बाद हमने कार्रवाई की." डब्बावालों का आधिकारिक निकाय, नूतन मुंबई टिफिन बॉक्स सप्लायर चैरिटेबल ट्रस्ट (एनएमटीबीएससीटी) के चेयरमैन उल्हास मुईक ने इस कदम का स्वागत किया और कहा कि आरोपी इस तरह की धोखेबाज कर डब्बावालों की अच्छी छवि को बर्बाद कर रहा है.
यह भी पढ़ें : एमपी: स्वास्थ्य मंत्री की पत्नी को संयुक्त संचालक बनाए जाने पर कांग्रेस ने कसा तंज
एनएमटीबीएससीटी ने अपने बीच से धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ सार्वजनिक चेतावनी जारी की थी, जिसे पहली बार आईएएनएस ने 10 अक्टूबर 2019 को उजागर किया था. एनएमटीबीएससीटी के प्रवक्ता रितेश आंद्रे ने कहा कि 2014 में, तलेकर और उनके सहयोगियों ने अपनी टिफिन डिलीवरी सेवाओं के लिए मुफ्त स्कूटरों के वादे के साथ 61 गरीब और अनपढ़ लोगों को लालच दिया.
यह भी पढ़ें : घर में तुलसी लगाने से पहले इन बातों का रखें ख्याल, घर में बनी रहेगी समृद्धि
उन्होंने कहा, "बाद में, केवल 15 डब्बावालों को टीवीएस लूना मोपेड्स दिया गया था, 23 को बिना किसी पंजीकरण दस्तावेजों के वाहनों को सौंप दिया गया था, और बाकी को कुछ भी नहीं मिला. हालांकि उनके नाम पर ऋण लिया गया था."
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya 2024: 10 मई को चरम पर होंगे सोने-चांदी के रेट, ये है बड़ी वजह
-
Abrahamic Religion: दुनिया का सबसे नया धर्म अब्राहमी, जानें इसकी विशेषताएं और विवाद
-
Peeli Sarso Ke Totke: पीली सरसों के ये 5 टोटके आपको बनाएंगे मालामाल, आर्थिक तंगी होगी दूर
-
Maa Lakshmi Mantra: ये हैं मां लक्ष्मी के 5 चमत्कारी मंत्र, जपते ही सिद्ध हो जाते हैं सारे कार्य