logo-image

MSRTC के कर्मचारी ने की आत्महत्या, 3 महीने से नहीं मिली थी सैलरी, हड़ताल पर जाएंगे कर्मी

महाराष्ट्र राज्य परिवहन कर्मचारियों को पिछले तीन महीनों से वेतन नहीं मिला है. सैलरी नहीं मिलने की वजह से महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) के बस कंडक्टर ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली.

Updated on: 09 Nov 2020, 05:11 PM

नई दिल्ली :

महाराष्ट्र राज्य परिवहन कर्मचारियों को पिछले तीन महीनों से वेतन नहीं मिला है. सैलरी नहीं मिलने की वजह से महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) के बस कंडक्टर ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली. कंडक्टर ने अपनी मौत के लिए ठाकरे सरकार का नाम लिया है. 

मृतक मनोज अनिल चौधरी के भाई का कहना है कि पिछले तीन महीनों से उन्हें अपना वेतन ठीक से नहीं मिला. उन्होंने अपनी मौत के लिए ठाकरे सरकार का नाम लिया है.

वहीं, मृतक एमएसटीसीटीसी बस कंडक्टर के पिता अनिल चौधरी ने बताया कि मेरा बेटा एमएसआरटीसी के लिए काम करता था और जलगांव डिपो में तैनात था.  वह कर्ज से जूझ रहा था और अनियमित और कम वेतन पाता था और उसने आत्महत्या कर ली.

जलगांव डिपो में काम करने वाले मनोज अनिल चौधरी जिनकी उम्र 30 साल थी ने अपने सुसाइड नोट में कहा है कि उसने एसटी निगम में कम वेतन और अनियमितताओं के कारण कठोर कदम उठाया है. उसने लिखा, मेरे परिवार का मेरी आत्महत्या से कोई लेना देना नहीं है. 

इसे भी पढ़ें:तेजस्वी की ताजपोशी से बढ़ेगी राहुल, अखिलेश और कन्हैया कुमार की टेंशन

इधर, महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) के कर्मचारी यूनियनों ने तीन महीने के वेतन के भुगतान की अपनी मांग को लेकर सोमवार से राज्यव्यापी आंदोलन का आह्वान किया है.  सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए कर्मचारी अपने पूरे परिवार के साथ अपने घर पर सांकेतिक भूख हड़ताल पर जाएंगे.

और पढ़ें:सीने में दर्द की शिकायत के बाद महंत नृत्य गोपालदास अस्पताल में भर्ती

कर्मचारियों का कहना है कि परिवहन मंत्री अनिल परब के आश्वासन के बावजूद अभी तक उन्हें सैलरी नहीं मिली. 98,000 से अधिक कर्मचारी अगस्त के बाद से अपने वेतन का इंतजार कर रहे हैं.