महाराष्ट्र सरकार ने 7 मई 2025 को मुंबई, ठाणे, पुणे, पालघर (तारापुर), नासिक, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग और रायगढ़ (उरण) सहित 9 जिलों में 'ऑपरेशन अभ्यास' नामक बड़े पैमाने की मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्देश दिया है. यह अभ्यास गृह मंत्रालय के राष्ट्रव्यापी निर्देशों के अनुरूप है, जिसमें 244 जिलों में नागरिक सुरक्षा तंत्र की क्षमता परखी जाएगी.आपको बता दें कि पहगाम के हमले के बाद भारत ने आक्रमक रुख अपना लिया है. भारतीय सेना युद्ध की तैयारी में लग गई है. सेनाओं का सीमा पर अभ्यास जारी है. ऐसे में युद्ध के समय आम जनता की सुरक्षा को लेकर मॉक ड्रिल होने वाली है. इसमें आम जनता को युद्ध के हालात में बचाव के तरीके बताए जाएंगे. इस दौरान अलर्ट के लिए सायरन की व्यवस्था की गई है. सात मई को शाम 7 बजे ब्लैकआउट किया जाएगा.
समय और प्रक्रिया: ड्रिल शाम 4 बजे वायु सेना की हवाई हमले की चेतावनी के साथ शुरू होगी. इसके बाद नागरिक सुरक्षा सायरन बजेगा. एक इमारत में आग लगने का नकली परिदृश्य अमल में लाया जाएगा.
ब्लैकआउट: चुनिंदा क्षेत्रों में बिजली काटकर अंधेरा छाया रहेगा, जिससे अंधेरे में संचालन और निकासी प्रक्रियाओं का परीक्षण किया जाएगा.
एजेंसियों की भूमिका: पुलिस, अग्निशमन, स्वास्थ्य विभाग और सिविल डिफेंस टीमें संयुक्त रूप से प्रतिक्रिया अभ्यास करेंगी. त्वरित प्रतिक्रिया वाहनों और बचाव उपकरणों का उपयोग किया जाएगा.
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने सभी एजेंसियों के साथ बैठक कर संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की है.अभ्यास की रिपोर्ट सीडी नियंत्रण कक्ष और director.dm@maharashtra.gov.in को भेजी जाएगी.
राष्ट्रीय संदर्भ: यह ड्रिल पहलगाम आतंकी हमले (27 पर्यटकों की हत्या) के बाद बढ़े सुरक्षा उपायों का हिस्सा है. 1971 के युद्ध के बाद यह पहला राष्ट्रव्यापी सिविल डिफेंस अभ्यास है. इसमें ग्रामीण-शहरी क्षेत्रों को समान प्राथमिकता दी गई है.
ये भी पढ़ें: Cobra Ka Video: तीन कोबरा सांप में से एक निकला DON, वायरल हुआ वीडियो
ये भी पढ़ें: बोल्ड हसीना ने इंडस्ट्री छोड़ पकड़ी आध्यात्म की राह, बोलीं- 'पैसे की चाहत में खुद को खो दिया'
ये भी पढ़ें: India-Pak Tension: 1971 के युद्ध से मिल रहे संकेत, भारत-पाकिस्तान के बीच कभी भी छिड़ सकती है जंग