logo-image

कांग्रेस विधायक उद्धव के मंत्रियों से नाराज, सोनिया गांधी को लिखा पत्र  

कांग्रेस के करीब 20 से अधिक विधायक सरकार के मंत्रियों के कार्यशैली से खफा है और कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र के प्रभारी एचके पाटिल से मिलकर इसकी शिकायत भी की थी.

Updated on: 31 Mar 2022, 06:02 PM

मुंबई:

महाराष्ट्र कांग्रेस में गुटबाजी और आतरिक कलह चरम पर है. राज्य के विधायकों की नाराजगी इस कदर बढ़ गयी है कि वो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने के लिए समय मांग कर सनसनी फैला दी है. नाराज विधायकों के बाद अब ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य विश्वबंधु राय ने भी सोनिया गांधी को पत्र लिखकर मामले को संज्ञान लेने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि विधायकों की नाराजगी यदि दूर न की गयी तो ठीक वैसे ही नुकसान होगा जैसे पंजाब में हुआ है. महाराष्‍ट्र प्रभारी पार्टी के अंदरूनी असंतोष से अनजान रहते हैं. 

दरअसल, महाराष्ट्र के कांग्रेस विधायक सरकार के कई मंत्रियों से नाराज हैं. ये मंत्री एनसीपी के साथ-साथ कांग्रेस के भी हैं. महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की अगुआई में कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी गठबंधन की सरकार है. सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के करीब 20 से अधिक विधायक सरकार के मंत्रियों के कार्यशैली से खफा है और कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र के प्रभारी एचके पाटिल से मिलकर इसकी शिकायत भी की थी.

कांग्रेस नेता विश्वबंधु राय ने अपने पत्र में कहा कि शिवसेना और एनसीपी नेताओं के खिलाफ ईडी-सीबीआई की जांच चल रही है, उनके कुकर्मों की बदनामी हमें झेलनी पड़ रही है. उन्‍होंने कहा कि उद्धव ठाकरे सरकार में कांग्रेस पार्टी का अपमान और बदनामी हो रही है. कब तक सेक्युलर दलों को एकजुट करने के नाम पर कांग्रेस समझौते करेगी. 

यह भी पढ़ें: ...तो कांग्रेस की जगह लेने के लिए AAP को करना होगा 20 साल का इंतजार

एनसीपी के साथ-साथ हमारे (कांग्रेस) मंत्रियों से भी कई विधायक नाराज चल रहे हैं. इससे पहले कांग्रेस के कई विधायकों ने भी सोनिया गांधी को पत्र भेजा था. उन्‍होंने भी राज्‍य में कांग्रेस को हो रहे नुकसान की जानकारी दी थी.  कांग्रेस के विधायकों की शिकायत है कि प्रदेश में उनकी सरकार है लेकिन उनके ही कोटे के मंत्री उनकी नहीं सुनते और जो फैसले लिए जा रहे हैं, उससे कांग्रेस को आने वाले दिनों में नुकसान होगा.

सूत्रों के अनुसार विधायकों की नाराजगी कांग्रेस की हिस्सेदारी को लेकर भी है. अभी तक स्पीकर को लेकर भी कोई फैसला नहीं हो पाया है. वहीं, दो बड़े मंत्री बालासाहेब थोरात और नितिन राउत को लेकर भी नाराजगी है. बालासाहेब थोरात को लेकर विधायकों की नाराजगी इस बात को लेकर है कि वो विधायक दल के नेता होने के बावजूद कांग्रेस के विधायकों के ऊपर ध्यान नहीं देते हैं.