गुना में हैवानियत, गर्भवती महिला के कंधे पर बच्चे को बैठाया, 3 किमी चलने को किया मजबूर
महिला के अनुसार उसका पति सीताराम सांगई गांव में डेमा नामक युवक के घर छोड़कर चला गया था. उसके बाद ससुर, जेठ आए और घर चलने को कहा और मना किया तो उन्होंने पिटाई कर दी और एक बालक को कंधे पर बैठाकर महिला को बांसखेड़ा तक तीन किलोमीटर पैदल चलाकर लाए.
highlights
- महिला का पति उसे सांगई गांव में छोड़कर चला गया था.
- ससुर, जेठ ने घर चलने को कहा, मना किया तो उन्होंने पिटाई की.
- पूर्व मुख्यमत्री ने मांग की है कि दोषियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही हो.
गुना:
मध्य प्रदेश के गुना जिले में इंसानियत को तार-तार कर देने वाली तस्वीर सामने आई है. यहां एक गर्भवती महिला के कंधे पर एक बच्चे को बैठाकर तीन किलोमीटर नंगे पांव चलने को मजबूर किया गया. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. मिली जानकारी के अनुसार बांसखेड़ी में रहने वाली गर्भवती महिला को उसके ससुराल वालों ने एक बच्चे को कंधे पर बैठाकर तीन किलोमीटर का रास्ता तय कराया. महिला का कसूर सिर्फ इतना था कि उसका पति उसे अन्य युवक के घर छोड़कर इंदौर चला गया था.
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महिला के अनुसार उसका पति सीताराम सांगई गांव में डेमा नामक युवक के घर छोड़कर चला गया था. उसके बाद ससुर, जेठ आए और घर चलने को कहा और मना किया तो उन्होंने पिटाई कर दी और एक बालक को कंधे पर बैठाकर महिला को बांसखेड़ा तक तीन किलोमीटर पैदल चलाकर लाए. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. यह मामला सोमवार को सामने आया है. यह घटना लगभग दस दिन पुरानी बताई जा रही है. तीन आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं. एक अन्य की तलाश है.
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पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ ने कहा है कि, "प्रदेश के गुना जिले के बांसखेड़ी गांव में एक गर्भवती महिला के साथ घटित घटना बेहद शर्मसार करने वाली है, इंसानियत व मानवता को तार- तार कर देने वाली. एक गर्भवती महिला के कंधे पर एक बच्चे को बैठाकर उसका नंगे पैर जुलूस निकाला गया, रास्ते भर उसकी लाठी- डंडो से बेरहमी से पिटाई भी की गई."
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कमल नाथ ने आगे कहा, "शिवराज जी , ये हम कैसे प्रदेश में जी रहे हैं , क्या यही आपका सुशासन है ? एक महिला के साथ ये कैसा अमानवीय व्यवहार ? एक महिला का जुलूस निकलता रहा और कोई रोकने वाला नहीं ? कहां सोता रहा आपका पुलिस प्रशासन ?" पूर्व मुख्यमत्री ने मांग की है कि दोषियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही हो और इस गंभीर मामले में लापरवाही बरतने वाले दोषी अधिकारियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो. कमल नाथ ने कहा कि महिला को पूर्ण सुरक्षा प्रदान की जाए, उसका समुचित इलाज सरकार करवाये और उसकी हरसंभव मदद की जाए.
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