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MP Bypolls: क्या मुंगावली सीट पर 'सिंधिया' का जादू आएगा काम, जानें यहां सबकुछ

ग्वालियर-संभाग में आन वाले अशोकनगर जिले की मुंगावली विधानसभा सीट 1957 में अस्तित्व में आई थी. इस सीट पर अब तक 14 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं. सन् 1957 के चुनाव में इस सीट से अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के उम्मीदवार खलक सिंह ने जीत हासिल की थी.  

Updated on: 19 Oct 2020, 04:34 PM

भोपाल:

मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों के लिए 3 नवंबर को उपचुनाव होना है. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियों के बीच सियासी वार शुरू हो गया है. इस उपचुनाव में अपनी जीत हासिल करने के लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों जमकर चुनावी जन-सभाएं कर रही हैं. एमपी में सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी पार्टी कांग्रेस दोनों के लिए ये उपचुनाव काफी महत्वपूर्ण है. उपचुनाव से पहले आज हम बात करेंगे मुंगावली विधानसभा सीट के बारे में.

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जानें मुंगावली सीट के बारे में

मूंगावली विधानसभा सीट सिंधिया की पारंपरिक गुना लोकसभा के अंतर्गत आती है इसलिए भी यहां से बीजेपी की जीत जरूरी है. ज्योतिरादित्य सिंधिया इस क्षेत्र में कांग्रेस का चेहरा रहे हैं. अब वो बीजेपी में हैं, ऐसे में उनके सामने ये साबित करने की भी चुनौती है कि उनके आने से कांग्रेस के सिर्फ विधायक ही नहीं कम हुए बल्कि कांग्रेस का वोटबैंक भी कम हुआ है.

ग्वालियर-संभाग में आने वाले अशोकनगर जिले की मुंगावली विधानसभा सीट 1957 में अस्तित्व में आई थी. इस सीट पर अब तक 14 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं. सन् 1957 के चुनाव में इस सीट से अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के उम्मीदवार खलक सिंह ने जीत हासिल की थी.  इसके बाद बाद साल 1962 के विधानसभा चुनाव में सोशलिस्ट पार्टी के चंद्रभान सिंह उम्मीदवार प्रजा  को जीत मिली थी. 

 साल 1967 के चुनाव में (स्वतंत्र पार्टी) के उम्मीदवार सी. सिंह  से जीत हासिल की. वहीं साल 1972 के चुनाव में भारतीय जनसंघ के उम्मीदवार गजरा सिंह को जीत मिली थी. 1977 के चुनाव में चंद्रमोहन रावत (जनता पार्टी)  को जीत मिली थी.  साल 1980 के चुनाव में गजराम सिंह प्रत्याशी इंडियन नेशनल कांग्रेस (I) ने 9656 वोटों से जीत दर्ज की.

साल 1985 के चुनाव में गजराम सिंह ने एक बार फिर इंडियन नेशनल कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल की.  साल 1990 के चुनाव में देशराज सिंह उम्मीदवार बीजेपी जीत दर्ज की.  साल 1993 के चुनाव में आनंद कुमार पालीवाल उम्मीदवार इंडियन नेशनल कांग्रेस को जीत मिली.  

साल 1998 के चुनाव में राव देशराज सिंह यादव उम्मीदवार बीजेपी ने 7736 वोटों से जीत दर्ज की. साल 2003 के चुनाव में गोपाल सिंह चौहान उम्मीदवार कांग्रेस ने जीत दर्ज की.  साल 2008 के चुनाव में बीजेपी के राव देशराज सिंह यादव ने जीत दर्ज की.   2013 के चुनाव में कांग्रेस के महेन्द्र सिंह कालूखेड़ा ने जीत दर्ज की. वहीं 2018 के चुनाव में कांग्रेस के बृजेन्द्र सिंह यादव ने जीत हासिल की