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MP Bypolls: दिग्विजय पर सिंधिया का बयान, कहा- जितना दौरा करेंगे BJP को उतना लाभ

सिंधिया ने कहा कि वर्ष 2018 में मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भी यही हुआ था और अब 2020 में भी यही हो रहा है. सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हमारा कहना है कि दिग्विजय सिंह बहुत दौरा करें, जितना दौरा करेंगे उतना जनता हमारे साथ होगी.

Updated on: 12 Oct 2020, 05:48 PM

नई दिल्‍ली:

भारतीय जनता पार्टी के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) पर हमला करते हुए कहा कि वो जितना दौरे और प्रचार करेंगे, भाजपा को उतना ही लाभ होगा. सिंधिया इन दिनों ग्वालियर-चंबल इलाके के दौरे पर हैं. सिंधिया ने रविवार को दिग्विजय सिंह पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने दिनारा में कार्यकतार्ओं से चर्चा करते हुए कहा कि चुनाव आता है तो बड़ा भाई (दिग्विजय सिंह) पर्दे के पीछे हो जाते हैं, चुनाव संपन्न हो जाता है तो इसके बाद डोर बड़े भाई के हाथ में आ जाती है.

सिंधिया ने कहा कि वर्ष 2018 में मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भी यही हुआ था और अब 2020 में भी यही हो रहा है. सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हमारा कहना है कि दिग्विजय सिंह बहुत दौरा करें, जितना दौरा करेंगे उतना जनता हमारे साथ होगी. गौरतलब है कि इस समय हो रहे उपचुनाव के दौरान कांग्रेस के प्रचार में दिग्विजय सिंह की दूरी चर्चा में है खासकर ग्वालियर-चंबल संभाग से. इसी पर सिंधिया ने चुटकी ली.

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कमलनाथ का रिमोट दिग्विजय के हाथ में
सिंधिया ने वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में कहा, आप (मतदाता) याद रखना कि आगामी उपचुनावों में हाथ के पंजे (कांग्रेस का चुनाव चिह्न) पर पड़ने वाला हरेक वोट दिग्विजय सिंह को परदे के पीछे दोबारा मुख्यमंत्री बनाने के काम आएगा. उन्होंने दिग्विजय और कमलनाथ को बड़े भाई और छोटे भाई की कांग्रेसी जोड़ी बताते हुए कहा, राज्य में साल 2018 के विधानसभा चुनावों की तरह अब भी परदे के पीछे दिग्विजय ही हैं. कमलनाथ का रिमोट कंट्रोल अब भी दिग्विजय के ही हाथ में है.

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सिंधिया के साथ कांग्रेस 22 बागी विधायक
गौरतलब है कि सिंधिया के नेतृत्व में कांग्रेस के 22 बागी विधायकों के विधानसभा से त्यागपत्र देकर बीजेपी में शामिल होने के कारण तत्कालीन कमलनाथ सरकार का 20 मार्च को पतन हो गया था. इसके बाद चौहान के नेतृत्व में भाजपा 23 मार्च को सूबे की सत्ता में लौट आई थी. आगामी विधानसभा उप चुनावों के तेज होते प्रचार के दौरान सिंधिया और छह महीने पहले उनके साथ पाला बदलने वाले बागी विधायकों को कांग्रेस द्वारा 'गद्दार' बताया जा रहा है.