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मध्यप्रदेश में आज (14 अक्टूबर) एजुकेशन कॉन्क्लेव- 2025 का आगाज हो चुका है. इसमें मध्यप्रदेश के कई बड़े राजनीतिक और शिक्षक जगत के दिग्गज शामिल होंगे. कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई. इसके बाद, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल को न्यूज नेशन नेटवर्क के डायरेक्टर और एडिटर-इन-चीफ, मनोज गैरोला ने गुलदस्ता देकर सम्मानित किया.
इस कार्यक्रम में भोपाल के नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने भी हिस्सा लिया. चर्चा के दौरान उन्होंने कई स्थानीय मुद्दों पर बात की और प्रदेश की उन्नति के लिए अपना विजन बताया. उनसे कई सवाल किए गए, जिनका उन्होंने बेबाकी से जवाब दिया. तो आइए किशन सूर्यवंशी की कुछ मुख्य बातों पर नजर डालते हैं.
भोपाल स्वच्छता में इंदौर से पीछे क्यों?
नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी से भोपाल की स्वच्छता को लेकर सवाल किए गए. उनसे पूछा गया कि भोपाल स्वच्छता के मामले में इंदौर से पीछे क्यों है? जिसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि, मध्यप्रदेश के ये जिले सालों से स्वच्छता के मामले में देश में अव्वल रहे हैं. ये हमारे लिए गौरव की बात है. इस तरह की प्रतिस्पर्धा होना अच्छी बात है. भोपाल स्वच्छता की रैंकिंग में दूसरे स्थान पर मौजूद है और ये अपने आप में एक उपलब्धि है.
स्ट्रीट डॉग्स को कैसे हैंडल कर रहे हैं?
इस सवाल का जवाब देते हुए भोपाल नगर निगम के अध्यक्ष ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर शहर को 2030 तक रेबीज फ्री करने का लक्ष्य दिया है. लेकिन हम चाहते हैं कि हम भोपाल को 2030 से पहले रेबीज फ्री बनाएं. हमने इसके लिए एबीसी सेंटर बनाएं हैं, जहां डॉग्स को पकड़कर इलाज किया जाता है. आक्रामक डॉग्स को हमारी डॉग स्कॉव्ड की टीम पकड़ती है, उनका इलाज करवाया जाता है और उन्हें वैक्सिनेट किया जाता है. इसके बाद एबीसी एक्ट की वजह से हम डॉग्स को वहीं छोड़कर आते हैं.
अतिक्रमण को लेकर क्या बोले?
उनसे पूछा गया कि अतिक्रमण बहुत हो रहा है, इसे कैसे रोका जा सकता है? इस सवाल पर नगर निगम अध्यक्ष ने कहा कि बड़ा तालाब भोपाल की लाइफलाइन है. इस पर अतिक्रमण करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है. एंटी एंक्रोचमेंट टीम भी प्रभावी ढंग से काम कर रही है. हम सब कुछ एनजीटी और रामसर साइट के नियमों के तहत काम कर रहे हैं. हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारे तालाबों पर अतिक्रमण न हो. कुछ एकाध चीजों को छोड़कर हमने न पहले कभी बड़े तालाब पर अतिक्रमण होने दिया है और न ही होने देंगे.
स्ट्रीट वेंडर्स की समस्या कैसे सुलझा रहे हैं?
इस पर नगर निगम अध्यक्ष ने कहा कि शहर में जगह-जगह हॉकर्स कॉर्नर बनाए गए हैं, जिससे स्ट्रीट वेंडर्स और छोटी व्यापारी भी काम-धंधा कर सकें. पहले के स्ट्रीट वेंडर्स गलियों में घूम-घूमकर सामान बेचते थे पर अब वे रोड पर एक ही जगह पर दुकान लगा रहे हैं.
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