Jharkhand News: झारखंड में थैलेसीमिया, सिकल सेल और एनीमिया की जांच के लिए राज्यव्यापी अभियान शुरू, सरकार उठाएगी इलाज का पूरा खर्चा

Jharkhand News: झारखंड में थैलेसीमिया, सिकल सेल और एनीमिया की जांच के लिए राज्यव्यापी अभियान शुरू किया जा रहा है. सभी जिलों में हर व्यक्ति की जांच होगी, ब्लड बैंक हाई-टेक उपकरणों से लैस होंगे और इलाज का खर्च सरकार उठाएगी.

Jharkhand News: झारखंड में थैलेसीमिया, सिकल सेल और एनीमिया की जांच के लिए राज्यव्यापी अभियान शुरू किया जा रहा है. सभी जिलों में हर व्यक्ति की जांच होगी, ब्लड बैंक हाई-टेक उपकरणों से लैस होंगे और इलाज का खर्च सरकार उठाएगी.

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Deepak Kumar
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hemant soren government Photograph: (X)

Jharkhand News:झारखंड में थैलेसीमिया, सिकल सेल और एनीमिया जैसी गंभीर बीमारियों की रोकथाम और सही इलाज सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने घोषणा की है कि इन बीमारियों की राज्यव्यापी जांच अभियान चलाया जाएगा. प्रत्येक जिले में सभी लोगों की जांच की जाएगी, ताकि बीमारी से जुड़े सही और वास्तविक आंकड़े जुटाए जा सकें.

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स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार, देश के कई राज्यों में इन बीमारियों की व्यापक जांच पूरी हो चुकी है और वहां सटीक स्वास्थ्य डेटा उपलब्ध है. लेकिन झारखंड में अब तक ठोस आंकड़ों की कमी रही है, जिसकी वजह से मरीजों को सही समय पर इलाज नहीं मिल पाता और यह राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए बड़ी चुनौती बन गया है.

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स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले समय में झारखंड को थैलेसीमिया और सिकल सेल मुक्त बनाया जाए. इसी उद्देश्य से जांच अभियान तेजी से शुरू किया जा रहा है.

ब्लड बैंकों को हाई-टेक मशीनों से लैस किया जाएगा

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सटीक डेटा न होने के कारण मरीजों, खासकर बच्चों को प्राइवेट अस्पतालों और सरकारी ब्लड बैंकों के कई चक्कर लगाने पड़ते हैं. इस स्थिति में सुधार लाने के लिए राज्य के सभी जिला स्तरीय ब्लड बैंकों को आधुनिक उपकरणों से लैस किया जा रहा है. इनमें उन्नत जांच मशीनें, एचआईवी जांच के लिए अत्याधुनिक तकनीक और आधुनिक ब्लड-सेफ्टी सिस्टम शामिल हैं.

साथ ही रांची सदर अस्पताल में बोन मैरो ट्रांसप्लांट सुविधा स्थापित करने की प्रक्रिया भी शुरू की जा चुकी है. मंत्री ने कहा कि थैलेसीमिया और सिकल सेल से पीड़ित मरीजों के इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी.

उन्होंने निजी अस्पतालों से सहयोग की अपील की और कहा कि सरकार अन्य राज्यों के अनुभवी डॉक्टरों को झारखंड से जोड़ने के लिए पहल करेगी और इसके लिए विशेष बजट भी उपलब्ध कराया जाएगा.

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