/newsnation/media/media_files/2025/02/03/ulsPZXh6ODvoPLKlc6C2.jpg)
School Closed in J&K; Photograph: (News Nation)
जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है. आपको बता दें कि पिछले चार दिनों में यहां तीन बार बादल फटने की घटनाएं हुईं, जिनमें 68 लोगों की मौत हो गई और 122 से अधिक लोग घायल हुए हैं. हालात को देखते हुए प्रशासन ने 18 अगस्त (सोमवार) को जम्मू संभाग के सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रखने का आदेश जारी किया है.
बादल फटने से बड़ी तबाही
14 अगस्त को किश्तवाड़ जिले के चिशौती गांव में भीषण बादल फटने से मचैल माता मंदिर मार्ग पर भारी तबाही मची. यहां अचानक बाढ़ आने से 61 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 116 लोग घायल हुए. इस हादसे में अब भी 82 लोग लापता हैं, जिनमें 81 श्रद्धालु और एक CISF जवान शामिल हैं.
17 अगस्त को कठुआ जिले के जोध घाटी और जंगलोट क्षेत्रों में भी बादल फटने और भूस्खलन की घटनाएं हुईं. इनमें सात लोगों की जान चली गई जबकि पांच अन्य घायल हुए.
भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने 17 से 19 अगस्त तक भारी बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की चेतावनी दी है. इसके साथ ही बादल फटने, फ्लैश फ्लड और भूस्खलन की आशंका जताई गई है. जिन जिलों में अलर्ट जारी किया गया है, उनमें जम्मू, रियासी, उधमपुर, राजौरी, पुंछ, सांबा, कठुआ, डोडा, किश्तवाड़, रामबन और कश्मीर के कुछ हिस्से शामिल हैं.
प्रशासन अलर्ट पर
लगातार बारिश से नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है और कई गांवों का सड़क संपर्क टूट चुका है. स्थानीय प्रशासन, एनडीआरएफ और आपदा प्रबंधन टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हैं. लापता लोगों की तलाश जारी है. प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने, सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है.
जम्मू-कश्मीर में मौसम की मार से हालात गंभीर बने हुए हैं. बादल फटने और भूस्खलन की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिससे आम लोगों और प्रशासन दोनों के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है.
यह भी पढ़ें- किश्तवाड़ आपदा: बादल फटने से तबाह हुआ चिशौती गांव, दर्जनों की मौत, सैकड़ों लापता, देखें VIDEO
यह भी पढ़ें- Kishtwar Disaster: बादल फटने से हुई भयंकर तबाही, राहत और बचाव कार्य जारी, देखें VIDEO