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पुनर्वास की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर जायेगी मजदूर आवाज संघर्ष समिति

मजदूर आवास संघर्ष समिति खोरी गांव ने जंतर मंतर पर भूख हड़ताल करने का फैसला ले लिया है

Updated on: 11 Jul 2021, 07:07 PM

नई दिल्ली:

फरीदाबाद के खोरी गांव में विस्थापन को लेकर प्रशासन अपने बुलडोजर लेकर जहां बॉर्डर पर अपनी फौज के साथ तैनात है वही खोरी गांव के मजदूर परिवार प्रयास कर रहे हैं कि हरियाणा सरकार उन्हें हरियाणा के नागरिक होने के कारण पुनर्वास प्रदान करें. मजदूर आवाज संघर्ष समिति खोरी गांव ने बताया कि हरियाणा सरकार ने पहले तो पुनर्वास की मंशा बनाई किंतु संवाद के बाद उस पर चुप्पी साध ली इसलिए मजदूर आवास संघर्ष समिति खोरी गांव ने जंतर मंतर पर भूख हड़ताल करने का फैसला ले लिया है. कल दिनांक 12 जुलाई 2021 को जंतर मंतर पर समिति भूख हड़ताल प्रारंभ करेगी. 

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मजदूर आवास संघर्ष समिति खोरी गांव के सदस्य मोहम्मद सलीम ने बताया कि पूर्व सांसद उदित राज कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस पार्टी में झूलते हैं और मुसीबत में पड़ी गोरी गांव के आवास के मुद्दे पर अपनी घटिया राजनीति कर रहे हैं. बात यहीं तक नहीं थम जाती उदित राज ने अपने साथ काम कर रहे संजय राज एवं मीनू वर्मा नामक दो व्यक्तियों को एक हफ्ता पहले खोरी गांव में भेजा जिन्होंने आज दिन तक खोरी की सूरत देखी भी नहीं वह खोरी गांव में घुसकर सांप्रदायिक दंगे भड़काने की कोशिश कर रहे हैं. जनता को उकसा कर मजदूर आवाज संघर्ष समिति के साथी गोवडा प्रसाद के घर पर दिनांक 9 जुलाई 2021 को आधी रात में हमला करवाया एवं मेरे स्वयं के घर जनता को भड़का कर भेजा गया साथ ही सुप्रीम कोर्ट में पहुंची याचिकाकर्ता सरीना सरकार के घर में भी जबरदस्ती घुस कर लड़ाई झगड़ा किया। इस संबंध में गोवडा प्रसाद द्वारा सूरजकुंड थाने में शिकायत दर्ज करवा दी गई है. 

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श्रीमती फुलवा देवी ने बताया कि श्रीमती मीनू वर्मा जोकि उदित राज के साथ काम करती है मुझसे जबरदस्ती ₹500 वसूल करने की कोशिश कर रही थी और न देने पर कुछ महिलाओं को लेकर आई और मेरे साथ धक्का-मुक्की करने लगी. घर बचाने का नारा देने वाले उदित राज ने खोरी गांव को राजनीति का अखाड़ा बना दिया है और जो व्यक्ति गांव के किसी व्यक्ति का घर तुड़वाने की बात करता हो भला वह कैसे इस गांव को बचा पाएगा. खोरी गांव कई सदियों से बसा हुआ है आज दिन तक खोरी गांव के व्यक्ति आपस में कभी नहीं झगडे ना धर्म के नाम पर और ना मजहब के नाम पर। पिछले 1 सप्ताह से जब से मीनू वर्मा नाम की महिला इस गांव में आई है तब से दुष्प्रचार कर मजदूर आवाज संघर्ष समिति को तोड़ने तथा हम सब सदस्यों पर हमला करने का साजिश रच रही है. 

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मजदूर आवास संघर्ष समिति खोरी गांव के साथ कार्यरत सरीना सरकार ने बताया कि मैं सुप्रीम कोर्ट में दायर जनहित याचिकाकर्ता हूं और 24 जून 2021 को रीकॉल फॉर ऑर्डर नामक IA मजदूर आवाज संघर्ष समिति खोरी गांव की ओर से फाइल किया जा चुका है और इस मामले में सीनियर एडवोकेट कॉलिन गोंजाल्विस सुप्रीम कोर्ट में अपीयर होंगे। उदित राज के साथ काम करने वाले संजय राज ने लोगों को भड़का कर आधी रात में मेरे घर पर भेजा और मुझे जान से मारने का प्रयास किया मेरे बच्चे अत्यंत डरे हुए थे किंतु किसी को दया नहीं आई और मेरे साथ धक्का-मुक्की करने लगे. उदित राज का बस चले तो गांव में ही मेरी मॉब लिंचिंग करवा दें. यहां पर हम सभी आवास के अधिकार के लिए संघर्ष कर रहे हैं इसलिए उदित राज को राजनीतिक रोटियां न से कर गरीब मजदूर परिवारों को बचाना चाहिए। जो भी आता है हम गरीबों को लुटता है. कभी माफिया कभी कर्मचारी तो कभी नेता.