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INLD नेता अभय चौटाला की स्पीकर को चिट्ठी- कानून वापस ना होने पर इसे इस्तीफा समझें

इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के प्रधान महासचिव और ऐलनाबाद से विधायक अभय सिंह चौटाला ने सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता को ईमेल कर विधायक पद से अपना इस्तीफा भेज दिया है. 

Updated on: 11 Jan 2021, 04:49 PM

चंडीगढ़:

इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के प्रधान महासचिव और ऐलनाबाद से विधायक अभय सिंह चौटाला ने सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता को ईमेल कर विधायक पद से अपना इस्तीफा भेज दिया है. इंडियन नेशनल लोकदल ने कहा कि चौधरी देवी लाल ने हमेशा किसानों के लिए संघर्ष किया. आज फिर से वही परिस्थितियां देश-प्रदेश में खड़ी हो गई हैं.

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किसानों का खतरें में भविष्य- अस्तित्व 

उन्होंने कहा कि किसानों पर आए इस संकट की घड़ी में उनका यह दायित्व बनता है कि वह किसानों के भविष्य और अस्तित्व पर आए खतरे को टालने के लिए हर संभव प्रयास करें. उन्होंने लिखा कि केंद्र की सरकार ने असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक तरीके से तीन काले कृषि कानून किसानों पर थोंप दिए हैं. जिसका विरोध देशभर में हो रहा है. 

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'एक संवेदनहीन विधानसभा में मेरी मौजदूगी कोई महत्व नहीं रखता'

इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि सरकार ने जिस तरह की परिस्थितियां बनाई हैं उन्हें देखते हुए ऐसा नहीं लगता है कि मैं विधानसभा के एक जिम्मेदार सदस्य के रूप में कोई ऐसी भूमिका निभा सकता हूं, जिससे किसानों के हितों की रक्षा की जा सके. इसलिए एक संवेदनहीन विधानसभा में मेरी मौजदूगी कोई महत्व नहीं रखता. इन सभी हालातों को देखते हुए यदि भारत सरकार इन तीन काले कानूनों को 26 जनवरी, 2021 तक वापिस नहीं लेती तो इस पत्र को विधानसभा से मेरा त्याग पत्र समझा जाए.