Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद में हुए भयावह विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इस हादसे में एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 टेक ऑफ के महज एक मिनट बाद क्रैश हो गई थी, जिसमें 241 यात्रियों की जान चली गई. मृतकों की पहचान का काम डीएनए मिलान के जरिए किया जा रहा है क्योंकि अधिकतर शव बुरी तरह झुलस चुके हैं. अब तक 32 शवों की डीएनए जांच से पहचान हो चुकी है, जिनमें से 14 शव परिजनों को सौंपे जा चुके हैं.
तीन दिन बाद डीएनए की हुई पहचान
इस हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी निधन हुआ. वह 12 जून को अपनी बेटी से मिलने लंदन रवाना हुए थे, लेकिन यह उनकी जिंदगी का अंतिम सफर बन गया. हादसे के तीन दिन बाद डीएनए रिपोर्ट से उनकी पहचान हुई, जिसके बाद उनका शव परिवार को सौंपा गया. उनका अंतिम संस्कार राजकोट में राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा.
एयर इंडिया दे रही विशेष सेवा
हादसे के बाद सिविल अस्पताल अहमदाबाद में शवों की डीएनए सैंपलिंग और पहचान का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है. शवों को उनके परिवारों तक पहुंचाने के लिए 192 एंबुलेंस और 590 मेडिकल टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है. शवों के विदेश भेजे जाने के लिए एयर इंडिया विशेष सेवा दे रही है. 100 ताबूत वडोदरा से मंगाए गए हैं और 70 ताबूत अहमदाबाद में तैयार किए गए हैं.
विदेश से आ रहे परिजन
फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी की टीमें दिन-रात काम कर रही हैं. राज्य सरकार ने निर्देश दिए हैं कि डीएनए मिलान की प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की देरी न हो. इस हादसे में विदेशियों की भी मौत हुई है, जिनके परिजन अहमदाबाद पहुंच रहे हैं ताकि डीएनए मिलान से पहचान सुनिश्चित की जा सके.
हादसे में कल्पना प्रजापति सहित कई निर्दोष लोगों की जान चली गई. कल्पना पहली बार अपने बेटे से मिलने ब्रिटेन जा रही थीं. वडोदरा में उनका अंतिम संस्कार उनके बेटे ने किया.
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