अहमदाबाद में हाल ही में हुए भीषण विमान हादसे ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. इस हादसे में बाड़मेर जिले के रहने वाले एक होनहार एमबीबीएस छात्र जयप्रकाश की भी मौत हो गई. जयप्रकाश की मौत की खबर जैसे ही उसके गांव पहुंची. शुक्रवार शाम जब उनका पार्थिव शरीर गांव लाया गया तो हजारों लोग उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए उमड़ पड़े. जयप्रकाश के अंतिम दर्शन के लिए बाड़मेर जिला कलेक्टर टीना डाबी पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा कई अधिकारियों और स्थानीय जनप्रतिनिधि पहुंचे. कलेक्टर टीना डाबी खुद भी भावुक हो गई. उन्होंने हाथ जोड़कर जयप्रकाश को श्रद्धांजलि दी और गमगीन माहौल में कई बार अपने आंसू पोछते हुए नजर आई.
यह दृश्य वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम कर गया. जयप्रकाश कोई आम छात्र नहीं था, उसने 2 साल पहले नीट परीक्षा में 720 में से 686 अंक हासिल किए थे जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि थी. इसके बाद उसे सरकारी मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिला और वह डॉक्टर बनने के सपनों के साथ पढ़ाई कर रहा था. जयप्रकाश का परिवार साधारण है, उसके पिता धर्माराम किसान है और परिवार में मां एक छोटा भाई और बहन भी हैं जो अभी स्कूल जाते हैं. पूरे गांव को उस पर गर्व था. क्योंकि वह गांव का पहला बच्चा था, जिसने नीट में इतने अच्छे नंबर लाकर डॉक्टर बनने की राह पकड़ी थी. हादसे वाले दिन की बात करें तो एक रिपोर्ट के अनुसार जयप्रकाश लंच खत्म करके जैसे ही हाथ धोने के लिए गया तभी एयर इंडिया का एक बोइंग 787 ड्रीम लाइनर विमान मेडिकल हॉस्टल की बिल्डिंग से टकरा गया. विमान की टक्कर से हॉस्टल में तेज धमाका हुआ आग लग गई और इमारत का एक हिस्सा ढह गया.
इसी मलबे और आग की चपेट में आकर जयप्रकाश की जान चली गई. बताया जा रहा है कि उसका शरीर करीब 30% तक जल चुका था. यह विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था, जिसमें कुल 242 लोग सवार थे 241 यात्री और क्रू मेंबर्स और दुर्घटना के वक्त हॉस्टल में मौजूद पांच बाकी लोग इनमें से चार मेडिकल छात्र और एक डॉक्टर की पत्नी की भी इस हादसे में जान चली गई. यह सभी लोग उस समय हॉस्टल की दूसरी मंजिल के मेस में मौजूद थे, जहां लंच का समय था. मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने भी इस हादसे पर गहरा दुख जताया और फोन पर जयप्रकाश के परिवार से बात कर संवेदना व्यक्त की.