सतही वायु के कारण प्रदूषकों में फैलाव से राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता शनिवार को थोड़ा सुधार कर 'बहुत खराब' श्रेणी में आई. हालांकि रविवार को इसके पुन: बिगड़ने की संभावना है. दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक दोपहर के समय 324 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था. शुक्रवार को यह 357 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था और उससे पहले बीते दिन यह 425, 433, 418 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, उत्तरी-पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में प्रदूषण निगरानी स्टेशन ने 404 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर की दर से गंभीर वायु गुणवत्ता सूचकांक दर्ज हुई, जबकि 27 निगरानी स्टेशन ने एक्यूआई को 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया.
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सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च ऑफ अर्थ साइंसेज ने कहा, "पूवार्नुमान के अनुसार हवा की गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी के मध्य-अंत तक सुधर गई है. अच्छी सतह की हवाओं ने संचित प्रदूषकों को फैलाने में मदद की."
मौसम की भविष्यवाणी करने वाली एजेंसी ने कहा कि सर्द हवाओं की संभावना रविवार को कम हो सकती है और हवा की गुणवत्ता में मामूली गिरावट का अनुमान लगाया जा सकता है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह 28 और 29 दिसंबर को फिर से सुधरेगा.
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दिल्ली के पड़ोसी क्षेत्र, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा और नोएडा में हवा की गुणवत्ता को 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया, वहीं गुरुग्राम और फरीदाबाद में यह थोड़ा बेहतर रहा. गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा 352 और 335 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के बीच सबसे अधिक प्रदूषित स्थान रहे.
सफर ने एक सख्त चेतावनी जारी की है, जिसमें संवेदनशील लोगों को सभी शारीरिक गतिविधियों से बचने और घर में ही व्यायाम वगैरह करने को कहा गया है. वहीं दमा के मरीज दवाई संभाल कर रखें. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में ठंड की स्थिति लगातार बनी हुई है, लगातार चौथे दिन न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा.
Source : IANS