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नवाब मलिक के आरोप के बाद वानखेड़े पहुंचे दिल्ली

NCB के अधिकारी समीर वानखेड़े ने सोमवार को राजधानी दिल्ली में अनुसूचित जाति-जनजाति के ऑफिस पहुंचकर कई डॉक्यूमेंट्स आयोग को सौंपा है. डॉक्यूमेंट्स सौंपने के बाद उन्होंने बताया कि सारे डॉक्यूमेंट्स आयोग को दे दिए हैं.

Updated on: 01 Nov 2021, 05:22 PM

नई दिल्ली:

मुंबई नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के अधिकारी समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) सोमवार एक अक्टूबर को राजधानी दिल्ली में अनुसूचित जाति-जनजाति के ऑफिस पहुंचे. उन्होंने यहां पहुंचकर कई डॉक्यूमेंट्स आयोग को सौंपे हैं. डॉक्यूमेंट्स सौंपने के बाद समीर वानखेड़े ने बताया कि सारे डॉक्यूमेंट्स आयोग को दे दिए हैं, अब वेरिफिकेशन के बाद आयोग इसकी रिपोर्ट देगा. जबकि, आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला (Vijay Sampla) ने बताया कि वानखेड़े (Wankhede) के दस्तावेजों का वेरिफिकेशन किया जा रहा है. आपको बता दें कि महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) ने समीर वानखेड़े पर कई तरह के आरोप लगाए हैं. मलिक ने वानखेड़े पर आरोप लगाते हुए दावा किया कि समीर वानखेड़े मुस्लिम हैं और उन्होंने फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाकर नौकरी हासिल की है. 

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नवाब मलिक के आरोपों को समीर वानखेड़े पहले ही खारिज कर चुके हैं, लेकिन आज उन्होंने अनुसूचित आयोग (Scheduled Commission) को अपने दस्तावेज सौंपा है. वानखेड़े ने दिल्ली पहुंचकर आयोग को अपना जाति प्रमाण पत्र, पहली पत्नी से हुए बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट (Birth Certificate) और तलाक (Divorce) के कागजात सौंपे हैं. इसके अलावा उन्होंने शादी के दस्तावेज भी दिए हैं. अब कमीशन इन दस्तावेजों की जांच कराएगा. राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला (Vijay Sampla) ने बताया कि वानखेड़े ने पहले भी एक अर्जी दी थी कि उनके खिलाफ साजिश हो रही है.

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उन्होंने बताया कि 29 अक्टूबर को महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) को नोटिस जारी किया गया था, लेकिन अभी तक वहां से कोई जवाब नहीं मिला है. 7 दिन के अंदर रिपोर्ट देने को कहा था. उन्होंने आगे बताया कि वानखेड़े ने कहा है कि वो अनुसूचित जाति से हैं और इसमें किसी को भी शंका नहीं होनी चाहिए. सांपला ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्य सचिव (Chief Secretary of Maharashtra), DGP और कमिश्नर (Commissioner) से जानकारी मांगी है. जानकारी मिलने के बाद तय करेंगे कि आगे क्या करना है. उन्होंने ये भी कहा कि अगर हम वानखेड़े के दस्तावेजों (Wankhede Documents) को सही पाते हैं तो हम ये सुनिश्चित करेंगे कि उनके अधिकारों की रक्षा की जाए.