New Update
/newsnation/media/post_attachments/images/2020/06/18/rahul-gandhi-stupid-73.jpg)
राहुल गांधी( Photo Credit : फाइल फोटो)
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
राहुल गांधी( Photo Credit : फाइल फोटो)
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पिछले कुछ वर्षों में चीन से आयात बढ़ने को लेकर मंगलवार को बीजेपी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ की बात होती है, लेकिन ‘बाय फ्राम चाइना’ (चीन से खरीदने) पर अमल किया जाता है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘तथ्य झूठ नहीं बोलते. भाजपा कहती है ‘मेक इन इंडिया’ और करती है ‘बाय फ्राम चाइना'.’ कांग्रेस नेता ने मनमोहन सिंह सरकार के समय भारत के कुल आयात में चीन की हिस्सेदारी घटने और नरेंद्र मोदी सरकार में चीन की हिस्सेदारी कथित तौर पर बढ़ने से जुड़ा एक ग्राफ भी शेयर किया.
गौरतलब है कि इन दिनों लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन के बीच गतिरोध चल रहा है. गत 15-16 जून की रात दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे. चीनी पक्ष को भी नुकसान उठाना पड़ा था.
यह भी पढ़ें: स्टर्लिंग-बायोटेक मामले में अहमद पटेल के घर फिर पहुंची ED की टीम, पूछताछ जारी
Facts don’t lie.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 30, 2020
BJP says:
Make in India.
BJP does:
Buy from China. pic.twitter.com/hSiDIOP3aU
इससे पहले राहुल गांधी ने ईंधन (Petrol Diesel Price) की बढ़ती कीमतों के लिए भी सोमवार को मोदी सरकार पर निशाना साधा था. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने ट्विटर पर लिखा, "आइए और जुड़िए हैशटैगस्पीकअपअगेंस्टफ्यूलहाइककैंपेन (#SpeakUpAgainstFuelHike) से. उन्होंने यह ट्वीट तब किया है, जब राज्य में तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में सोमवार को बढ़ोतरी की.
यह भी पढ़ें: Covid-19: 24 घंटे में कोरोना वायरस से 418 मौत, 18 हजार से अधिक नए मामले
राहुल गांधी ने एक वीडियो भी साझा किया, जिसमें एक व्यक्ति को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि सरकार 'लोगों के घावों पर नमक छिड़क रही है', खासकर ऐसे वक्त में कीमतों में वृद्धि की जा रही है, जब लोग या तो बेरोजगार हैं या उन्हें वेतन नहीं मिल रहा है. वीडियो में आगे सुना जा सकता है, "चीन के साथ तनाव और महामारी के कारण केंद्र ने आम आदमी को अपने हालात पर छोड़ दिया है.
(भाषा से इनपुट)