logo-image

जामा मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी के पीआरओ की कोरोना वायरस से मौत

दिल्ली की दिल्ली जामा मस्जिद (Jama Musjid) के शाही इमाम अहमद बुखारी के पीआरओ (PRO) की कोरोना वायरस (Corona Virus) से मौत हो गई है. पीआरओ अमानतुल्ला को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

Updated on: 10 Jun 2020, 01:21 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी के पीआरओ की कोरोना वायरस से मौत हो गई है. पीआरओ अमानतुल्ला को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पिछले ही हफ्ते अहमद बुखारी में कोरोना वायरस (Corona Virus) के लक्षण पाए गए थे. 

यह भी पढ़ेंः केजरीवाल बोले- सावधान रहें, तेजी से बढ़ने वाले हैं कोरोना के मामले

अमानतुल्ला को शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी का करीबी माना जाता है. अमानतुल्ला की मौत के बाद धार्मिक स्थलों को खोलने के फैसले ने चिंता बढ़ा दी है. सरकार के आदेश के बाद बीते 8 जून से जामा मस्जिद भी खोल दी गई है जहां लोग नमाज अदा कर रहे हैं. ऐसे में जहां पूरी दिल्ली कोरोना वायरस की गंभीर स्थिति में पहुंच गई है वहां दिल्ली के सबसे बड़े धार्मिक स्थल से जुड़ा कोरोना का यह मामला काफी चिंताजनक है.

यह भी पढ़ेंः राजस्थान में 7 दिनों के लिए बॉर्डर किए गए सील, 24 घंटे में कोरोना के 123 मामले

इमाम बुखारी भी हालात पर सक्रिय हैं, उन्होंने खुद लोगों से अपील करने के साथ राय भी मांगी है कि कुछ समय के लिए मस्जिद को बंद रखा जाए ताकि कोरोना संक्रमण के खतरे को कम किया जा सके. अरविंद केजरीवाल ने भी बुधवार को कहा कि दिल्ली में कोरोनो बहुत तेज़ी से फैलने वाला है. 15 जून को 44 हजार, 30 जून तक एक लाख और 31 जुलाई तक 5 लाख से ज्यादा केस हो जाएंगे. दिल्ली की कैबिनेट ने कोरोनो काल के दौरान निर्णय लिया था कि दिल्ली वालों का इलाज हो. सोमवार को उपराज्यपाल ने फैसला पलट दिया. कुछ कह रहे थे कि उपराज्यपाल फैसला नही ले सकते. केंद्र ने जो निर्णय ले लिया उसे लागू किया जाएगा. ये समय विवाद और असहमति का नहीं है. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि चुनौती बड़ी है. 31 जुलाई को 80 हजार बेड की जरूरत पड़ेगी. सामान्य समय मे 50 फीसद लोग दिल्ली के बाहर से आते हैं. 15 जुलाई तक सब मिला कर 65 हजार बेड और 31 जुलाई से डेढ़ लाख बेड चाहिए. एक दो दिन में मैं खुद ग्राउंड पर उतर तैयारी का जायजा लूंगा.