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वैक्सीन पर रारः CM केजरीवाल बोले- सार्वजनिक हो वैक्सीन का फार्मूला

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वैक्सीन उत्पादन करने वाली कंपनियों के उत्पादन का एक अंश मूल कंपनियों को रॉयल्टी के तरह दे सकते हैं जिससे उनको नुकसान ना हो.

Updated on: 11 May 2021, 12:58 PM

highlights

  • ज्यादा वैक्सीन उत्पादन के लिए केजरीवाल ने दिया फार्मुला
  • कहा- सार्वजनिक होना चाहिए वैक्सीन का फार्मुला

नई दिल्ली:

कोरोना (Coronavirus) के दर्द से कराह रही दिल्ली को अब थोड़ी सी राहत मिली है. बीते दो दिनों से दिल्ली में संक्रमण की रफ्तार में कमी आई है. इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने आज (मंगलवार को) डिजिटिल प्रेस ब्रीफ्रिंग की. इस दौरान केजरीवाल ने दिल्ली में हर रोज तीन लाख लोगों को वैक्सीन (Covid Vaccine) देने का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि तीन लाख से ज्यादा लोगों को रोज वैक्सीन देंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि वैक्सीन बनाने का फार्मूला सार्वजनिक हो और सभी कंपनी को मिले. उन्होंने कहा कि भारत सरकार दूसरी कंपनी को भी वैक्सीन बनाने का आदेश दें. दिल्ली के पास वैक्सीन की कमी है. 

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केजरीवाल ने कहा कि आपके सहयोग से लॉकडाउन सफल रहा है. दिल्ली में कोरोना के केस कम हो रहे हैं. हमने पिछले कुछ दिनों में ऑक्सीजन बेड बढ़ाएं हैं. दिल्ली सरकार के स्कूलों में टीकाकरण हो रहा है लोग बहुत खुश हैं और अच्छे से टीका लगवा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं अपने स्कूल स्टाफ और फ्रंटलाइन वर्कर का धन्यवाद करना चाहता हूं जो टीकाकरण में लगे हुए हैं.

केजरीवाल ने कहा कि अभी हम सवा लाख डोज रोज लगा रहे हैं, इसको 3 लाख रोजाना करने लक्ष्य है. लेकिन बड़ी समस्या आ रही है वह वैक्सीन की. हमारे पास कुछ ही दिन की वैक्सीन बची है और यह समस्या देशव्यापी है. कुछ राज्य तो ऐसे हैं जहां वैक्सीन होने के कारण टीकाकरण शुरू भी नहीं हो पाया. टीका बनाने वाली केवल दो कंपनियां हैं जो महीने में 6-7 करोड़ वैक्सीन बनाती हैं. केजरीवाल ने कहा कि अब जरूरी है कि भारत में वैक्सीन उत्पादन युद्ध स्तर पर बढ़ाएं.

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केजरीवाल ने कहा कि मेरा सुझाव है कि वैक्सीन बनाने का काम केवल दो कंपनियां ना करें कई कंपनियों को वैक्सीन बनाने के काम में लगाया जाए. केंद्र सरकार इन दो कंपनियों से फार्मूला ले और दूसरी कंपनियों को दे जो वैक्सीन बनाना चाहती हैं. यही एक तरीका है जिसके जरिए हम जल्द से जल्द सभी भारतीयों को टीका लगा पाएंगे. उन्होंने कहा कि जब कोरोना आया था उस समय PPE किट के कितने किल्लत थी अगर उस समय कुछ ही कंपनियां यह बनाती तो आज भी कितनी किल्लत होती लेकिन आज PPE किल्लत नहीं है. वैक्सीन उत्पादन करने वाली कंपनियों के उत्पादन का एक अंश मूल कंपनियों को रॉयल्टी के तरह दे सकते हैं जिससे उनको नुकसान ना हो.