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दिल्ली की हवा अभी भी बेहद खराब Photograph: (ANI)
Delhi AQI: राष्ट्रीय राजधानी में जहरीली हवा का कहर अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा. इस बीच आज (सोमवार) को भी दिल्ली-एनसीआर के अधिकांश इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 300 से ऊपर दर्ज किया गया. जो बेहद खराब श्रेणी में रहा. इस दौरान दिल्ली के आनंद विहार, इंडिया गेट, द्वारका और आईटीओ समेत कई इलाकों में सोमवार सुबह आसमान में धुंध की मोटी परत देखने को मिली. वहीं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, सोमवार सुबह 7 बजे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक 318 दर्ज किया गया.
कहां कितना दर्ज किया गया वायु गुणवत्ता सूचकांक?
आज यानी सोमवार (8 दिसंबर) को दिल्ली के आईटीओ इलाके में वायु गुणवत्ता सूचकांक 354 दर्ज किया गया. जबकि अशोक विहार इलाके में एक्यूआई 338 रहा. वहीं बवाना में 368, बुराड़ी में 327, चांदनी चौक इलाके में 321 तो द्वारका में एक्यूआई 325 दर्ज किया गया. बता दें कि किसी इलाके में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 0 से 50 हो तो उसे 'अच्छी' माना जाता है. जबकि 51 से 100 तक 'संतोषजनक', 101 से 200 तक 'मध्यम', 201 से 300 तक 'खराब' और 301 से 400 तक 'बहुत खराब' श्रेणी में माना जाता है. जबकि 401 से 500 के एक्यूआई को 'गंभीर' श्रेणी में रखा गया है.
#WATCH | Delhi | Visuals from Akshardham area this morning as a layer of toxic smog blankets the city. AQI (Air Quality Index) around the area is 354, categorised as 'Very Poor', as claimed by CPCB (Central Pollution Control Board). pic.twitter.com/tyRD7wS0Uf
— ANI (@ANI) December 8, 2025
सीएम रेखा गुप्ता ने की विरोध प्रदर्शनों की निंदा
इस बीच दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में बिगड़ती वायु गुणवत्ता के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों की आलोचना की. उन्होंने कहा कि, प्रदूषण एक सतत समस्या है, लेकिन पिछली सरकार के दौरान ऐसा कोई विरोध प्रदर्शन देखने को नहीं मिला. उन्होंने कहा कि, "मैं इंडिया गेट पर प्रदर्शन कर रहे लोगों से पूछना चाहती हूं कि वायु प्रदूषण की समस्या नई नहीं है, बल्कि वर्षों से चली आ रही है."
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सीएम ने पूछा कि इससे पहले आपके विरोध प्रदर्शन कहां थे? पिछली सरकार ने क्या किया? ये 27 साल का लंबित मामला है. सरकार को काम करने के लिए कम से कम 27 महीने चाहिए." सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि, "27 महीने बाद, आप मुझसे वायु प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में पूछ सकते हैं."
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