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वैक्सीनेशन की बर्बादी पर दिल्ली स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कही ये बातें

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने न्यूज नेशन से बातचीत में बताया कि राजधानी में 1 करोड़ से ज्यादा टेस्ट हो चुके है. दिल्ली की आधी आबादी का टेस्ट हो चुका है और रोजाना 60 से 70 हजार टेस्टे किए जा रहे है. वैक्सीनेशन बर्बादी की खबर पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि थोड़ा सा वेस्ट तो वोइल के कारण खराब हो रहा है.

Updated on: 21 Jan 2021, 02:38 PM

नई दिल्ली:

भारत ने 16 जनवरी को देश भर में टीकाकरण अभियान शुरू करने के बाद से 6.31 लाख स्वास्थ्य कर्मचारियों का टीकाकरण किया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी. मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'देश भर में कुल टीकाकृत स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या 6.31 लाख से अधिक है. गंभीर या गंभीर एईएफआई का कोई मामला अभी तक नहीं आया है.'

वहीं दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने न्यूज नेशन से बातचीत में बताया कि राजधानी में 1 करोड़ से ज्यादा टेस्ट हो चुके है. दिल्ली की आधी आबादी का टेस्ट हो चुका है और रोजाना 60 से 70 हजार टेस्टे किए जा रहे है. वैक्सीनेशन बर्बादी की खबर पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि थोड़ा सा वेस्ट तो वोइल के कारण खराब हो रहा है. 10% जो बताया जा रहा है वो कम होना चाहिए.

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उन्होंने आगे बताया कि हेल्थ वर्कर्स आ रहे है और इसी वेस्टेज को कम करने के लिए ही हमने अब रजिस्टर्ड हेल्थ वर्कर्स को बिना बारी का इंतजार किए भी टीका लगवाने की इजाजत दे दी है. 100% वेस्टेज तो नही रोक सकते क्योंकि 100 में से कभी 98 भी आते है कभी 101 भी आ जाते है लेकिन ये कम से कम हो हम इसका प्रयास कर रहे है.

इसके अलावा दिल्ली में स्वाइन फ्लू के मामले पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि स्वाइन फ्लू खत्म हो गया पर कुछ केस तो हर साल आते ही है. 0 पहुंचना मुश्किल है लेकिन स्थिति नियंत्रण में है. नए स्टैन में 70 केस LNJP में भर्ती कराए गए सब के सब केस माइल्ड रहे.

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, वैक्सीन की एक शीशी खुलने के बाद 10 लोगों को कोरोना की डोज दी जा सकती है. कोरोना वायरस की ये डोज खुलने के कुछ समय तक ही प्रभावी रहती है अगर उस समय वैक्सीन लेने वाले लोग मौजूद ना हों तो ये खराब हो जाती है. इसी वजह से वैक्सीनेशन सेंटर पर आपेक्षित संख्या में लोगों के नहीं पहुंच पाने से वैक्सीन की डोज बर्बाद हो रही है. वैक्सीन की शीशियां खोले जाने के महज 4 घंटे तक ही असरदार होती हैं अगर आपने इसका उपयोग खुलने के 4 घंटे के भीतर नहीं कर लिया तो ये खराब हो जाती हैं.

देश में वैक्सीनेशन के लिए बने सेंटरों पर रोजाना 100 लोगों को टीकाकरण के लिए बुलाया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक इस सेंटरों पर लोगों के पहुंचने की संख्या 55 फीसदी ही है. वहीं हर सेंटरों पर औसतन टीका लगवाने 45 लोग नहीं जा रहे हैं. बिहार, हरियाणा, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और असम के अधिकारियों ने बताया कि लोगों के वैक्सीनेशन सेंटर नहीं पहुंच पाने की वजह से वैक्सीन की खुराकें बर्बाद हो रही हैं. वहीं बुधवार को शाम 6 बजे तक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 16 जनवरी के बाद से देश में 786,842 लोगों को टीका लगाया जा चुका है.