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दिल्ली में कोरोना रिकवरी दर 72 फीसदी, केवल 5100 व्यक्ति अस्पतालों में भर्ती

दिल्ली में अब तक कोरोना के करीब एक लाख मामले सामने आए हैं. इनमें से अब तक 72 हजार मरीज ठीक हो चुके हैं. यानी दिल्ली में मरीजों के ठीक होने की दर 72 प्रतिशत को पार कर गई है.

Updated on: 06 Jul 2020, 01:27 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली (Delhi) में अब तक कोरोना के करीब एक लाख मामले सामने आए हैं. इनमें से अब तक 72 हजार मरीज ठीक हो चुके हैं. यानी दिल्ली में मरीजों के ठीक होने की दर 72 प्रतिशत को पार कर गई है. वहीं अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या 6200 से घटकर अब 5100 हो गई है. हालांकि अभी दिल्ली में कोरोना वायरस (Corona Virus) से प्रतिदिन 60 से 65 व्यक्तियों की मृत्यु हो रही है. वर्तमान में 9,900 कोविड बेड खाली हैं, जो कोविड अस्पतालों में बनाये गए कुल बेड का 65 प्रतिशत है. दरअसल दिल्ली में अधिकांश रोगियों का उपचार होम आइसोलेशन में किया जा रहा है. अभी 15,564 कोरोना रोगी होम आइसोलेशन में है.

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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'एक महीना पहले तक दिल्ली में किए जा रहे प्रत्येक 100 कोरोना टेस्ट में से 35 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे थे. आज की स्थिति में 100 टेस्ट किए जाने पर केवल 11 व्यक्ति ही कोरोना पॉजिटिव निकल रहे हैं. कुल मिलाकर आज स्थिति इतनी भयंकर नजर नहीं आ रही जितना कि एक महीना पहले थी.' मुख्यमंत्री और दिल्ली सरकार ने ऐसे सभी व्यक्तियों से सामने आकर रक्तदान की अपील की है जो कोरोना उपचार के उपरांत स्वस्थ हो चुके हैं. दरअसल कोरोना को हरा चुके व्यक्तियों द्वारा किए गए रक्तदान से ही कोरोना से लड़ने वाला प्लाज्मा प्राप्त होता है.

मुख्यमंत्री ने कहा, 'प्लाज्मा की डिमांड बहुत अधिक और इसकी सप्लाई काफी कम है. यदि स्थिति ऐसी ही रही तो जल्दी ही प्लाज्मा बैंक में मौजूद सारा प्लाज्मा समाप्त हो जाएगा. मैं ऐसे सभी व्यक्तियों से सामने आकर रक्तदान की अपील करता हूं जो कोरोना उपचार के उपरांत स्वस्थ हो चुके हैं.'

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दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने कहा, 'लगातार आईसीयू बेड बढ़ाने पर बल देने के परिणाम स्वरूप, एलएनजेपी में लॉकडाउन के शुरूआत में आईसीयू बेड की संख्या 60 थी. जो अब बढ़कर 180 हो गई है. इसी तरह, राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में आईसीयू बेड की संख्या 45 से बढ़कर 120 हो गई है और गुरु तेग बहादुर अस्पताल में बेड की संख्या 31 से बढ़कर 66 हो गई है.'

आईसीयू बेड की संख्या में वृद्धि के साथ ही गंभीर मरीजों की देखभाल करने की क्षमता में वृद्धि के कारण दिल्ली में मृत्यु दर में और कमी आने की उम्मीद है. पिछले कुछ हफ्तों में कोविड-19 के कारण प्रतिदिन मौतों की संख्या में गिरावट आई है. 4 जुलाई को यह 120 से घटकर 55 प्रतिदिन हो गई हैं.

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