दिल्ली में टिड्डियों (Locust Attack) के खतरे को देखते हुए केजरीवाल सरकार (kejriwal Government) ने आपात बैठक बुलाई है. इस बैठक में दिल्ली सरकार की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है.एडवाइजरी में दिल्ली के सभी जिलों के डीएम को हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है. साथ ही दमकल विभाग के साथ को-ऑर्डिनेट करने का निर्देश दिया गया है, ताकि कीटनाशक के छिड़काव की व्यवस्था की जा सके.
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इसके अवाला ही सभी जिलाधिकारियों को गांव में पर्याप्त संख्या में स्टाफ की तैनाती का निर्देश दिया गया है, ताकि गांववालों को मुनादी और अन्य तरीकों से टिड्डियों का ध्यान भटकाने के उपाय समझाए जा सकें. टिड्डियों को भगाने के लिए डीजे, ड्रम बजाना, बर्तन बजाना, ऊंची आवाज में संगीत बजाना, पटाखे जलाना, नीम की पत्तियां जलाना और इसी तरह की अन्य उपाय सुझाए गए हैं.
आपको बता दें कि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने पड़ोसी राज्य हरियाण के गुरुग्राम में टिड्डी दल के हमले के मद्देनजर शनिवार को एक आपात बैठक बुलाई है. अधिकारियों ने बताया कि मंत्री ने प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं. राय ने कहा कि आपात बैठक के बाद स्थिति से निपटने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर एक परामर्श जारी किया गया है. उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को गुरुग्राम के पास के इलाकों का दौरा करने के निर्देश दिए.
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अधिकारियों ने बताया कि विकास सचिव, मंडल आयुक्त, निदेशक, कृषि विभाग और दक्षिण तथा पश्चिम दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेट बैठक में शामिल हुए. इससे पहले दिन में टिड्डी दल हरियाण के गुरुग्राम पहुंचा और अनेक स्थानों पर आसमान में टिड्डियों का जाल सा छा गया. अधिकारियों ने कहा कि फिलहाल इनके राष्ट्रीय राजधानी का रुख करने के आसार नहीं है. करीब दो किलोमीटर में फैले टिड्डी दल उपनगरीय शहर को पार करते हुए दिल्ली-गुरुग्राम सीमा पर पहुंचे लेकिन दिल्ली का रुख नहीं किया.
टिड्डी चेतावनी संगठन, कृषि मंत्रालय से जुड़े केएल गुर्जर ने कहा कि टिड्डी दल पश्मिच से पूर्व की ओर आए हैं. इन्होंने पूर्वाह्न लगभग 11.30 बजे गुरुग्राम में प्रवेश किया. उन्होंने बताया कि टिड्डी दल बाद में हरियाणा के पलवल की ओर बढ़ गए. गुरुग्राम के अनेक निवासियों ने ऊंची इमारतों से टिड्डियों के पेड़-पौधों पर और मकानों की छतों पर छा जाने के वीडियो साझा किए.
टिड्डी दल बेवर्ले पार्क, गार्डन एस्टेट और हैरिटेज सिटी के अलावा दिल्ली से लगती सीमा पर सिकंदरपुर की इमारतों के ऊपर भी देखे गए. गौरतलब है कि मई में देश में टिड्डी दलों ने पहले राजस्थान में हमला किया. इसके बाद इन्होंने पंजाब, गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में फसलों को नुकसान पहुंचाया.
एडवाइजरी में ये भी उपाए बताए गए हैं
- दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें
- बाहर रखे पौधों को प्लास्टिक शीट से कवर करें
- टिड्डी आमतौर पर दिन के समय उड़ती है और रात के समय आराम करती हैं... रात को आराम करने का मौका न दिया जाए.
- Melathion और Chloropyriphos का रात में छिड़काव लाभप्रद है. सुरक्षा के लिहाज से PPE किट पहनकर रात में इसका छिड़काव किया जाए