Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बल आए दिन कार्रवाई कर रहे हैं. जिससे नक्सलियों की कमर तोड़ दी है. गुरुवार को भी सुरक्षा बलों ने राज्य के बीजापुर में हुई एक मुठभेड़ में 12 नक्सलियों को मार गिराया. ये नक्सली बस्तर क्षेत्र में माओवादी संगठन की सबसे मजबूत इकाई बताए जा रहे हैं. इस बात की जानकारी शुक्रवार को पुलिस ने दी.
अभी तक नहीं हुई नक्सलियों की पहचान
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मारे गए नक्सलियों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, लेकिन शुरुआती जानकारी से पता चलता है कि वे माओवादियों की पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (PLGA) बटालियन और सेंट्र्ल रीजनल कमेटी नंबर 1 के थे. बता दें कि पीएलजीए प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की सशस्त्र शाखा है.
ये भी पढ़ें: Khel Ratna Award: मनु भाकर से डी गुकेश तक... इन 4 भारतीय खिलाड़ियों को मिला खेल रत्न अवॉर्ड
नक्सलियों का सबसे मजबूत संगठन है पीएलजीए बटालियन
पुलिस के मुताबिक, पीएलजीए बटालियन नं. 1 को आदिवासी बहुल बस्तर क्षेत्र में माओवादियों का सबसे मजबूत गठन माना जाता है और इसका नेतृत्व देवा के हाथ में है. इस नक्सली ने अतीत में दक्षिण बस्तर में सुरक्षाकर्मियों पर कई घातक हमले किए हैं. पहले इस संगठन का नेतृत्व हिडमा करता था, जिसे बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों के खिलाफ कई बड़े हमलों में शामिल होना माना जाता था. बता दें कि बस्तर क्षेत्र में सात जिले आते हैं जहां नक्सली सबसे ज्यादा सक्रिय हैं.
ये भी पढ़ें: 'भारत की ऑटोमोटिव इंडस्ट्री लोकप्रिय और फ्यूचर रेडी', ऑटो एक्सपो 2025 के उद्घाटन में बोले PM मोदी
गुरुवार को मारे गए थे 12 नक्सली
बता दें कि गुरुवार को बीजापुर जिले के पामेड़-बासागुड़ा-उसूर अक्ष के घने जंगल में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 12 नक्सली मारे गए. सुरक्षा बलों द्वारा चलाए गए सर्च ऑपरेशन के दौरान 12 नक्सलियों के शव मिले साथ ही घटनास्थल से हथियार भी बरामद किये गए. अधिकारी ने बताया कि इलाके में अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है. ये सर्च ऑपरेशन शुक्रवार शाम तक जारी रहेगा.
ये भी पढ़ें: Mahakumbh 2025 Live Updates: आज है महाकुंभ 2025 का पांचवां दिन, जानें दिनभर में क्या-क्या होगा खास
पुलिस ने बताया कि तीन जिलों के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के कर्मी, सीआरपीएफ की विशिष्ट जंगल युद्ध इकाई कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन) की पांच बटालियन और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 229वीं बटालियन के जवानों ने नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए इस ऑपरेशन में भाग लिया.